सुहागन के बिछिया खोना शुभ है या अशुभ? बिछिया खोने पर मिलते है पति से जुड़े ये 3 संकेत !

धर्म { गहरी खोज } : सनातन धर्म में महिलाओं को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है और माता माता लक्ष्मी हमेशा गहनों से लदी रहती हैं। यह तो सब जानते हैं इस प्रकार महिलाओं के जीवन में गहनों का विशेष महत्व है। महिलाओं के गहनों को केवल गहने ही नहीं माता लक्ष्मी का आशीर्वाद माना जाता है।
शादी के बाद महिलाएं अपने पैर में बिछिया पहनती हैं। यह बिछिया सुहागन औरतों के सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। बिछिया से हिंदू धर्म की कई मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष के हिसाब से माने तो बिछिया को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है।
शुभ नहीं होता बिछुए का खोना
विवाहित महिलाएं हमेशा अपने बिछिया को पहन कर रखती हैं लेकिन अगर यह बिछुआ उनकी उंगली से खो जाए तो क्या होता है? ये सवाल उठना स्वाभाविक है। माना जाता है कि बिछुए का खोना शुभ नहीं माना जाता यह जीवन में आने वाले अशुभ का संकेत देता है।जानिए क्या हैं वो 3 संकेत।
- कहा जाता है की बिछिया के खो जाने का संकेत पति के स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है, यानि हो सकता है कि भविष्य में उसे स्वास्थय संबंधी परेशानी झेलनी पड़े।
- यह पति के बीमार पड़ने का संकेत हो सकता है इसके साथ ही कहा जाता है कि अगर बिछुआ पैर से निकलकर खो जाए तो पति की आर्थिक स्थिति खराब होने का संकेत देता है। पति के धन,या नौकरी में हानी का संकेत मिलता है।
- मान्यता है कि बिछुआ की खो जाना पति पर कर्ज चढ़ने का संकेत भी है सकता है।
अर्थात महिलाओं के लिए यह सिर्फ एक गहना नहीं मान्यताओं और परंपराओं से का एक रूप है इसलिए महिलाएं अपने बिछिया को संभाल कर रखें, हो सके तो उसे खोने ना दें और अगर वह खो जाए तो उसे ढूंढने का प्रयास करें। अगर ना मिले तो तुरंत पांव की उंगली में दूसरा बिछुआ पहन लें। बिछिया को बार-बार बदलना भी उपयुक्त नहीं माना जाता।