होटल अमलतास – आत्मनिर्भर महिलाओं की देशभर में चर्चा और सराहना

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भोपाल { गहरी खोज }: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की महिला सशक्तिकरण की मंशा का जीवंत उदाहरण है पचमढ़ी का होटल अमलतास। पिछले 6 माह में ही महिलाओं द्वारा संचालित इस होटल की देशभर में चर्चा हो रही है। मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग का नवाचार-होटल अमलतास’, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। गत वर्ष 6 दिसंबर 2024 को प्रारंभ हुई अमलतास होटल का संपूर्ण स्टाफ महिलाएं हैं। मप्र पर्यटन विभाग के इस शानदार नवाचार ने महिलाओं के प्रति समाज की सोच बदली है। होटल में महिला गार्ड से लेकर, कुक, गार्डनर, शेफ, चौकीदारी, मैनेजर सहित अन्य 22 महिला कार्यरत हैं। यह होटल न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रहा है साथ ही सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण भी उपलब्ध करा रहा है जहाँ महिलाएं प्रभावी नेतृत्व कर रही हैं।
अमलतास होटल की मैनेजर ज्योति जयसवाल कहना है कि “जिस तरीके से महिलाएं घर को संभालती हैं, उसी तरह हम लोगों ने होटल को सजा संवारकर और सुंदर बनाकर रखा है। जिससे कोई भी पर्यटक यहां आए तो वह खुश होकर जाए। इस होटल को पूरी तरह से महिलाएं चला रही हैं। पर्यटकों को घर की तरह ही सारी सुविधाएं दी जाती है। वेटर सुनीता शर्मा बताती है कि “हमें यहां घर जैसा माहौल लगता है। सभी पर्यटकों को भी घर जैसा खाना मिलता है। उन्हें भी यहां घर जैसा ही फील होता है और हमें भी कार्य करने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही आती”। अमलतास होटल की शेफ कुंती ने बताया कि “यह होटल प्योर वेज होटल है। यहां साउथ इंडियन खाना भी मिलता है। टूरिस्ट भी हमारे खाने की तारीफ करते हैं। यहां की खास डिस बड़ा सांभर, इडली और डोसा है।
होटल की रिसेप्शनिस्ट आलिया फातिमा बताती है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में “मध्य प्रदेश टूरिज्म ने महिलाओं के लिए ये एक बहुत अच्छी पहल की है. इससे हमें बहुत खुशी है। कई महिलाएं घरों से निकल नहीं पाती है लेकिन हम लोगों को यहां काम करने का मौका मिला है. हमारे लिए रोजगार का ये एक अच्छा अवसर है जिससे हमारे घरों की स्थितियों परिस्थितियों में सुधार आया है और हमारा आत्मनिर्भर होने का एहसास हमें शक्ति देता है।
अमलतास होटल की गार्ड सरिता चौधरी बताती है कि “मैं होटल अमलतास में सितंबर से काम कर रही हूं। रात की ड्यूटी पर यहां रहती हूं।अभी तक किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई है। जो भी गेस्ट आते हैं उनकी जरूरत के समान हम उपलब्ध कराते हैं। रात में हमे कोई परेशानी नहीं होती है।”अमलतास होटल में महिलाओं का स्टाफ होने के चलते महिला पर्यटक की संख्या भी इस होटल में बढ़ी है। महिला पर्यटक यहां सुरक्षित एवं स्वतंत्र महसूस करती हैं। उन्हें यहां घर जैसा खाना और घर जैसी सुविधाएं मिलती हैं जिससे महिला पर्यटकों की पहली पसंद होटल अमलतास बन गई है। पर्यटकों का कहना है कि इस प्रकार का नवाचार अन्य राज्यों को भी करना चाहिए, ताकि महिलाओं को बढ़ावा मिल सके और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
अमलतास होटल पहुंची मुंबई की पर्यटक सोनाली बताती है कि “यहां पर आकर हमें बहुत अच्छा लगा कि पूरे होटल को महिलाएं मैनेज कर रही हैं। महिलाओं को बढ़ावा मिलना बहुत जरूरी है। एमपी टूरिज्म ने बहुत अच्छा उदाहरण पेश किया है। महिला पर्यटकों की सेफ्टी के हिसाब से बहुत अच्छा रहता है, क्योंकि यहां पूरा स्टाफ महिलाएं हैं। महिला पर्यटक यहां स्टे कर पूरी तरह से सुरक्षित और स्वतंत्र महसूस कर सकती हैं।” यह मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का एक नवाचार है। यहां संपूर्ण महिला स्टाफ है, जो हर समय महिला पर्यटकों को सेवाएं देता है।” साथ ही यहां पर महिला जिप्सी ड्राइवर भी है जो कि पर्यटन स्थलों की सैर कराती हैं एवं महिला गाइड उनको पर्यटन स्थलों की जानकारी उपलब्ध कराती है।
होटल अमलतास एक ऐसी प्रेरणादायक मिसाल है जो न केवल नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, बल्कि समाज की सोच को भी बदलने का कार्य कर रही है। इस पहल से यह सिद्ध होता है कि महिलाएं केवल समर्थ तो ठीक नेतृत्व में भी सक्षम हैं। होटल अमलतास महिला सशक्तिकरण का एक ऐसा मंच है जो सांस्कृतिक मूल्यों, सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक आत्मनिर्भरता और प्रशासनिक सहयोग का समन्वय प्रस्तुत करता है।

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