जसप्रीत बुमराह ने सर्जरी से पहले बढ़ाया ग्रीन का हौसला अब WTC में मचा रहे धमाल

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लंदन{ गहरी खोज }:कैमरून ग्रीन की पीठ की सर्जरी की पूर्व संध्या पर भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के एक ‘विशेष’ संदेश ने ऑस्ट्रेलिया के इस हरफनमौला को सर्जरी करवाने के उनके फैसले को लेकर आश्वस्त कर दिया। ग्रीन को पिछले साल ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर’ हुआ था। यह चोट हालांकि नौ से बारह महीनों में स्वाभाविक रूप से ठीक हो सकती थी, लेकिन उन्होंने अक्टूबर में सर्जरी करवाने का फैसला किया।
ग्रीन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह ने सर्जरी करवाने से एक रात पहले मुझसे संपर्क किया था। वह उस समय भारतीय टीम के लिए एक टेस्ट मैच खेल रहे थे।’’ ग्रीन ने कहा, ‘‘ ऐसी कुछ चीजें वाकई बहुत खास होती हैं और आपको इससे बहुत अच्छा महसूस होता है। उनके जैसे किसी व्यक्ति का साथ मिलना और फिर उन्हें ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करते देख कर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है।’’
ग्रीन 2023 आईपीएल सत्र में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे। उस समय बुमराह सर्जरी से उबरने के लिए टीम से बाहर थे। वह इस सर्जरी के कारण 2022 टी20 विश्व कप खेलने से भी चूक गये थे। उन्होंने हालांकि सर्जरी के बाद शानदार वापसी की और भारत को 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद पिछले साल टी20 विश्व कप चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। बुमराह इसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच मैचों में 32 विकेट लेकर श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने। छब्बीस साल के ग्रीन को जेसन बेहरेनडॉर्फ इसी तरह की सर्जरी से गुजरने वाले अन्य गेंदबाजों से भी उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। ग्रीन ने ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू’ के ‘अनप्लेएबल पॉडकास्ट’ को बताया, ‘‘(ऑपरेशन का) मुख्य कारण हड्डी के कुछ अतिरिक्त भाग को अलग करना था। जाहिर है कि मेरे ‘एल4’ में थोड़ी परेशानी थी और रीढ़ के उस हिस्से पर अतिरिक्त हड्डी विकसित हो गई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मझे इस हड्डी के कारण झुकने में भी परेशानी हो रही थी। इस अतिरिक्त हड्डी का दूसरी हड्डियों पर दबाव पड़ा जिससे वहां भी समस्या हो गयी। यह पीठ की चोट के मामले में बेहद दुर्लभ है।’’ ग्रीन के इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलने की उम्मीद है। वह ग्लूस्टरशायर के लिए पांच काउंटी क्रिकेट मैचों में तीन शतकों के दम पर टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पीठ की चोट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि मुझे बल्लेबाज बनने के लिए केवल चार मौके मिले हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मेरा खेल उस समय (टीम में बतौर बल्लेबाज शामिल होगा) और अच्छा रहता है। मैं हमेशा गेंदबाजी करता रहूंगा, लेकिन ऐसी स्थिति में आपको अपने खेल के सिर्फ एक पहलू पर पूरा ध्यान लगाना होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों कर रहे होते हैं, तो आपको खुद को फिट और खेलने के लिए तैयार रखने के लिए गेंदबाजी के लिहाज से बहुत कुछ करना पड़ता है। इससे बल्लेबाजी थोड़ी प्रभावित होती है। ऐसे में सिर्फ बल्लेबाजी करना निश्चित रूप से अच्छा है।’’

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