इंटरनेशनल साइबर क्राइम रैकेट का भंडाफोड़, मुख्य सरगना समेत 33 गिरफ्तार

अच्युतपुरम{ गहरी खोज }: आंध्र प्रदेश में अनकापल्ली जिला पुलिस ने अच्युतपुरम में बड़े पैमाने पर चल रहे अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध का पर्दाफाश किया है। यहां पुलिस फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले एक बड़े गिरोह पर शिकंजा कसा है। इस मामले में 33 आरोपियों को गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों में गिरोह के मुख्य सरगना के रूप में पहचाने गए पुनीत गोस्वामी और राजस्थान के अविहंत डागा और तीन महिलाएं भी शामिल हैं। गुरुवार को अनकापल्ले जिला कार्यालय में एसपी तुहिन सिंह ने यह खुलासा किया।
एसपी के मुताबिक, गिरोह पूर्वोत्तर राज्यों से युवाओं को भर्ती करता था और उन्हें ग्राहक सेवा एजेंट बनने के लिए अंग्रेजी में ट्रेनिंग देता था। पुलिस ने बताया कि, ये जालसाज अमेरिकी नागरिकों से हर महीने 15 से 20 करोड़ रुपये ठगते थे।
एसपी ने बताया कि, उसके बाद जालसाज अमेरिकी नागरिकों को फोन करके पूछते थे कि क्या उन्होंने कोई ऑर्डर दिया है। जब पीड़ित इनकार करता था तो घोटालेबाज यह जांचने की अनुमति मांगते थे कि उनके बैंक खातों में कोई अनधिकृत लेनदेन हुआ है या नहीं।
उसके अगले चरण में, कॉल करने वाला एक बैंकर से जुड़ता था, जो गोपनीय बैंकिंग विवरण निकालता था। इसके बाद लाइन को एक ‘क्लोजर’ को सौंप दिया जाता था। उसके बाद शिकार को फंसाने के लिए धोखेबाज पीड़ित को उनके खाते के धोखाधड़ीपूर्ण उपयोग के बारे में चेतावनी देता था। उन्हें सुरक्षा कूपन के बदले में अपना पैसा सौंपकर सुरक्षित करने की सलाह देता था, जो धोखाधड़ी का हिस्सा होता था।
एसपी तुहिनसिंह ने बताया कि, जालसाज इस तरीके से प्रतिदिन 100 से 200 लोगों को निशाना बनाते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी होती है। उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार की खुफिया, सीआईडी और साइबर अपराध विशेषज्ञों की सहायता से इस पूरे मामले की जांच जारी है।