भारत की सहायता से बने हनिमादू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मालदीव में उद्घाटन

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माले{ गहरी खोज } : मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत की लाइन ऑफ क्रेडिट सहायता से निर्मित हनिमादू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति ने इसे देश के उत्तरी क्षेत्र की खुशहाली का “द्वार” बताया। मुइज्जू ने रविवार को हुए उद्घाटन समारोह में कहा कि यह हवाई अड्डा उत्तरी मालदीव की क्षमता को उजागर करने और वैश्विक संपर्क बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि यह केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि आर्थिक परिवर्तन का प्रतीक है। इस परियोजना से उत्तरी क्षेत्रों में पर्यटन, कृषि, मत्स्य पालन, अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। उद्घाटन कार्यक्रम में भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री किनजारपु राम मोहन नायडू और दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुइज्जू ने कहा कि यह परियोजना मालदीव-भारत के मजबूत संबंधों का प्रमाण है, विशेषकर ऐसे समय में जब दोनों देश अपने कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष मना रहे हैं।
मालदीव स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इस हवाई अड्डे को प्रगति और समृद्धि का सच्चा माध्यम बताया और कहा कि यह भारत की “पड़ोसी प्रथम नीति” और “महासागर दृष्टिकोण” का प्रतीक है। इस हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 2019 में मालदीव सरकार और भारत के EXIM बैंक के बीच हुए समझौते के तहत 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट प्रदान की गई है। निर्माण कार्य भारत की कंपनी जेएमसी प्रोजेक्ट्स को 136.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर में सौंपा गया था। माना जा रहा है कि इससे उत्तरी एटॉल्स में पर्यटन को बड़ी बढ़त मिलेगी। इसी दौरान नायडू ने मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ला खलील से मुलाकात की। दोनों देशों ने आपसी सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। खलील ने भारत द्वारा निरंतर दी जा रही सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने संपर्क बढ़ाने और साझा विकास पहलों को आगे बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। भारतीय उच्चायोग ने इसे “सार्थक बातचीत” बताया।

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