एसआईआर बेहद समझौतावादी संस्था की ओर से की जा रही ‘हेराफेरी’: डेरेक ओ’ब्रायन

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद को मंगलवार को “एक बेहद समझौतावादी संस्था (निर्वाचन आयोग) की ओर से की जा रही हेराफेरी” करार दिया। इसके साथ ही ओ’ब्रायन ने दावा किया कि उनकी पार्टी 2026 में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में भारी जीत दर्ज करेगी।
तृणमूल एसआईआर कवायद के खिलाफ शुरू से मुखर रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में एक विरोध रैली का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने एसआईआर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग की ओर से “गुपचुप अदृश्य हेराफेरी” करार दिया। निर्वाचन आयोग 12 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में एसआईआर के दूसरे चरण का आयोजन करेगा, जिसमें पश्चिम बंगाल भी शामिल है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
ओ’ब्रायन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में निर्वाचन आयोग पर कटाक्ष करते हुए उसे “बेहद समझौतावादी” बताया और आरोप लगाया कि एसआईआर एक “हेराफेरी” है। उन्होंने लिखा, “2011, 2014, 2016, 2019, 2021, 2024। लगातार चुनावी जीत। लोग तृणमूल पर भरोसा करते आए हैं।” ओ’ब्रायन 2011, 2016, 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों और 2014, 2019, 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी के शानदार प्रदर्शन का जिक्र कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “आज ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी मिलकर एसआईआर के खिलाफ लोगों का नेतृत्व कर रहे हैं, जो कि बेहद समझौतावादी (निर्वाचन आयोग) संस्था की ओर से की जा रही एक हेराफेरी है।”
ओ’ब्रायन ने लिखा, “2026 में बंगाल में चुनाव होंगे, जिसमें हम फिर से जीतेंगे।” पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों में से वर्तमान में 225 सीटें तृणमूल के पास हैं, जबकि मुख्य विपक्षी भाजपा की सीटों की संख्या 65 है। एसआईआर का दूसरा चरण चार नवंबर से शुरू होकर चार दिसंबर तक चलेगा। मतदाता सूची का मसौदा नौ दिसंबर को जारी किया जाएगा, जबकि अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।

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