मुख्यमंत्री बनर्जी का दुष्कर्म पीड़िता पर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्णः बांसुरी स्वराज

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि बंगाल की महिलाएं असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दुष्कर्म पीड़िता पर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि पश्चिम बंगाल के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में दलित छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपेक्षा है कि उनके राज्य की महिलाएं निर्भीक और सुरक्षित हों, लेकिन ममता बनर्जी इस गैंगरेप को जस्टिफाई करती हैं और कहती हैं कि महिलाओं को देररात बाहर नहीं निकलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2012 में पार्क स्ट्रीट में एक दुष्कर्म मामला सामने आया था। तब मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा था कि ये एक झूठी घटना है। यानी पीड़िता ने घटना को फैब्रिकेट किया है। हासखली में एक नाबालिग के साथ गैंगरेप होता है, तब ममता बनर्जी कहती हैं कि यह एक प्रेम प्रसंग का मामला है जो गलत हो गया है। वर्ष 2013 में कमदुनी में एक दुष्कर्म हुआ, इस पर ममता बनर्जी ने इसे सीपीआईएम समर्थकों का षड्यंत्र बताया। इसके बाद संदेशखाली की महिलाओं के साथ टीएमसी के नेताओं द्वारा दुष्कर्म किया गया, इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने ममता बनर्जी से पूछा कि आप लोग मां-माटी-मानुष का नारा लगाते हैं, आपके इस संवेदनहीन, कुशासन और दकियानूसी सोच के कारण मां शर्मिंदा है, माटी लहूलुहान है और मानुष बेहाल है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले पर मुख्यमंत्री बनर्जी के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया। ममता ने सवाल उठाया कि छात्रा आधी रात को हॉस्टल से बाहर क्यों थी। ममता ने छात्राओं को देर रात बाहर न निकलने की सलाह दी थी।