यूपी के हमीरपुर में बंदी की हत्या के मामले में जेलर समेत सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

- डिप्टी जेलर, सिपाही, तीन लम्बरदार समेत अन्य पर रिपोर्ट दर्ज
हमीरपुर{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की जेल में बंदी की पीट-पीटकर हत्या के मामले में मंगलवार शाम यहां कोतवाली में जेलर, डिप्टी जेलर व तीन लंबरदारों समेत सात नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह मुकदमा मृतक बंदी की पत्नी की तहरीर पर लिखा गया है।
परिजन सोमवार को जेल में बंदी अनिल द्विवेदी की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या किए जाने से नाराज थे। उन्हाेंने ग्रामीणों के साथ जेल के बाहर रोड जाम कर हंगामा काटा था। देर शाम शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन शव छोड़कर घर लौट गए थे। पीड़ित परिजनों ने एलान किया था कि जब तक जेल के पूरे स्टाॅफ पर एफआईआर नहीं दर्ज होती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारी और भाजपा नेता परिजनों के घर पहुंचकर मनाने की कोशिश की लेकिन परिजन दोषी लोगों पर मुकदमा लिखने, नौकरी के साथ आवास और मुआवजा की मांग पर अड़े रहे। मंगलवार दोपहर बाद किसी तरह से परिजनों को समझाकर यहां लाया गया। मृतक की पत्नी पूजा द्विवेदी की तहरीर पर कोतवाली में आनन-फानन में मुकदमा लिखा गया। घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी परिजन शव को गांव ले जाने से इंकार कर दिया है। मृतक अनिल की पत्नी पूजा ने कहा कि यदि आरोपिताें को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर लेगी। इस पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारियाें ने उसे आश्वस्त किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हाेगी। जांच में अगर काेई भी दाेषी पाया जाता है ताे उस पर कठाेर कार्रवाई की जाएगी।
काेतवाली पुलिस ने मृतक बंदी अनिल की पत्नी पूजा की तहरीर पर सदर कोतवाली में जेलर चण्डिला, डिप्टी जेलर संगेश कुमार, सिपाही अनिल यादव, लम्बरदार दीपक, दिलीप, शफी मुहम्मद, राइटर विनय सिंह व अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपिताें पर जबरन वसूली करने और अपराध छिपाने की साजिश की धाराएं भी लगाई गई हैं।