घरेलू नौकर ने रची करोड़ों की साजिश, चोरी के पैसों से खरीदी जमीन, तीन आरोपी गिरफ्तार

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जयपुर{ गहरी खोज }: बनिपार्क थाना पुलिस ने घरेलू नौकर द्वारा की गई बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने चोरी किए गए लाखों रुपयों से बिहार में जमीन खरीदी थी। पुलिस ने इनके कब्जे से 12 लाख रुपये नकद व जमीन के दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। पकड़े गए आरोपियों में घरेलू नौकर स्वगतम कुमार, उसके साले सतेन्द्र साह और साथी सुन्नल तुरी शामिल हैं।
इस कार्रवाई को जयपुर पश्चिम के पुलिस उपायुक्त आलोक बुढालिया के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक सिंघल के सुपरविजन में अंजाम दिया गया। मामले की निगरानी सहायक पुलिस आयुक्त वृत सिरसी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में की गई। थानाधिकारी बनिपार्क बृजमोहन कालवाड़ की अगुवाई में गठित टीम ने आरोपियों को झारखंड और बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से दस्तयाब कर जयपुर लाया।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित मनिष चंद्रवानी के यहां आरोपी स्वगतम कुमार बीते पांच वर्षों से घरेलू नौकर के रूप में कार्यरत था। उसे घर में रखी नकदी की पूरी जानकारी थी। मौका पाकर उसने अलग-अलग समय में बैग से रुपये निकालकर चोरी की और अपने गांव लेकर चला गया। वहां उसने अपने साले सतेन्द्र को बताया कि वह जयपुर से चोरी के रुपये लाया है और दोनों ने तय किया कि इन पैसों से जमीन खरीदी जाएगी।
स्वगतम ने अपने साले सतेन्द्र के नाम बिहार के गांव खुरी में 10 कट्ठा जमीन खरीदी जिसकी बाजार कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। इसके अलावा सतेन्द्र ने अपनी पत्नी के नाम पर बक्सर जिले में मुख्य सड़क के पास 2 कट्ठा जमीन खरीदी जिसकी अनुमानित कीमत 35 लाख रुपये बताई जा रही है। पूछताछ में यह भी सामने आया कि तीसरा आरोपी सुन्नल तुरी भी इस चोरी में शामिल था और उसे उसकी भूमिका के बदले दो लाख रुपये मिले थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर चोरी के 12 लाख रुपये नकद व जमीन की रजिस्ट्री, कागजात आदि बरामद कर लिए हैं। साथ ही संबंधित जिलों के रजिस्ट्री कार्यालयों को पत्र भेजकर भूमि के क्रय-विक्रय को लेकर विस्तृत जांच की जा रही है। रजिस्ट्री कराने वाले अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। थाना बनिपार्क पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में घरेलू नौकरों द्वारा की जा रही चोरी की वारदातों पर बड़ा अंकुश लगने की संभावना है। पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल, सिपाही सहित अन्य अधिकारियों की भी सराहनीय भूमिका रही। पूरे मामले में अनुसंधान जारी है और पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों ने चोरी के रुपये और कहां-कहां निवेश किए हैं।

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