दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

नई दिल्ली { गहरी खोज }: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। इस फैसले से बाद क्लासेन अपने परिवार संग अधिक समय बिता पाएंगे।
क्लासेन इससे पहले टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कह चुके हैं, जहां उन्होंने सिर्फ चार मैच खेले थे। इसके बाद क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर फोकस किया।
क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए आखिरी वनडे मैच 5 मार्च 2025 को खेला था। चैंपियंस ट्रॉफी के इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 50 रन से हार झेलनी पड़ी थी।
हेनरिक क्लासेन ने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपने अकाउंट पोस्ट में लिखा, “यह मेरे लिए दुख भरा दिन है। मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने के फैसला की घोषणा करता हूं। मुझे यह तय करने में काफी समय लगा कि भविष्य में मेरे और मेरे परिवार के लिए क्या सबसे अच्छा होगा। यह सच में एक बहुत ही मुश्किल फैसला था, लेकिन मैं इससे पूरी तरह संतुष्ट हूं। पहले दिन से ही, अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान था। यह वह सब कुछ था, जिसके लिए मैंने एक युवा लड़के के रूप में काम किया था और जिसके बारे में सपना देखा था। प्रोटियाज बैज के साथ खेलना मेरे करियर का सबसे बड़ा सम्मान था और हमेशा रहेगा।”
क्लासेन ने कहा कि मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए उत्सुक हूं, क्योंकि यह फैसला मुझे ऐसा करने की अनुमति देगा। मैं हमेशा एक बड़ा प्रोटियाज सपोर्टर रहूंगा। मैं करियर के दौरान मुझे और मेरे साथियों को सपोर्ट करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा।
क्लासेन इस समय 33 साल के हैं। उन्होंने साल 2018 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया। क्लासेन दक्षिण अफ्रीका के लिए 4 टेस्ट मुकाबलों में 104 रन बना सके, जबकि 60 वनडे मुकाबलों में उन्होंने 4 शतक और 11 अर्धशतक की मदद से 2,141 रन जोड़े। इस खिलाड़ी ने 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 1,000 रन बनाए हैं।
क्लासेन को मिडिल ऑर्डर बैट्समैन के रूप में उनके आक्रामक छक्कों के लिए जाना जाता है। क्लासेन टी20 विश्व कप-2024 में उपविजेता रही दक्षिण अफ्रीकी टीम के सदस्य भी थे।
क्लासेन ने कहा, “मैंने बेहतरीन दोस्ती और रिश्ते बनाए हैं, जिन्हें मैं जीवन भर संजोकर रखूंगा। प्रोटियाज के लिए खेलते हुए मुझे महान लोगों से मिलने का मौका मिला। इन लोगों ने मेरी जिंदगी बदल दी। प्रोटियाज की जर्सी पहनने का मेरा सफर दूसरे लोगों से अलग था। मेरे करियर में कुछ ऐसे कोच थे, जिन्होंने मुझ पर भरोसा बनाए रखा। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा।”