नीट यूजी 2025 पेपर विश्लेषण : सबसे बड़ा गिला पेपर बहुत लेंदी था, फिजिक्स-केमिस्ट्री ने भी चौंकाया

जयपुर { गहरी खोज }: देशभर के परीक्षा केंद्रों पर 5 मई को नीट यूजी 2025 की परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा केंद्र से बाहर निकलते छात्रों के चेहरों पर तनाव दिखाई दिया। कुछ छात्र-छात्राओं के चेहरों पर राहत दिखाई। विभिन्न विषयों को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं। फिजिक्स का पेपर ज्यादा कठिन था। केमेस्ट्री का पेपर मध्यम और बायो का प्रश्न पत्र दोनों के मुकाबले आसान रहा। हालांकि पेपर बहुत लेंदी था। इस कारण कई स्टूडेंट्स के सवाल छूट गए। अधिकांश छात्रों ने पेपर को ‘मीडियम लेवल’ का बताया, हालांकि विषयवार कठिनाई का स्तर थोड़ा अलग-अलग रहा।
फिजिक्स सेक्शन को लेकर कई छात्रों ने कहा कि यह अपेक्षाकृत कठिन रहा। न्यूमेरिकल और थ्योरी आधारित सवालों की संख्या अधिक रही। मैकक्यू फॉर्मेट के सवालों में टफनेस ज्यादा थी। पेपर पूरी तरह से सिलेबस के अनुरूप था, लेकिन प्रश्नों का प्रस्तुतीकरण घुमावदार था, जिससे हल निकालने में समय अधिक लगा।
केमिस्ट्री को लेकर छात्रों की राय थोड़ी राहतभरी जरूर रही, लेकिन चुनौतीपूर्ण टॉपिक्स ने यहां भी छात्रों को सोचने पर मजबूर किया। पेपर आसान से मध्यम लेवल का था। एनसीईआरटी आधारित सवाल पूछे गए, जो छात्रों को परिचित थे। कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन तीनों क्षेत्रों से संतुलित प्रश्न पूछे गए।
बायोलॉजी सेक्शन की बात करें तो छात्रों ने इसे अपेक्षाकृत स्कोरिंग और संतुलित बताया।एनसीईआरटी के डायरेक्ट सवाल इसमें ज्यादा थे। इस सेक्शन को कई छात्रों ने “पेपर का सबसे सहज भाग” बताया।
विषय विशेषज्ञों के अनुसार, पेपर का स्तर पिछले वर्षों की तुलना में संतुलित रहा। जो छात्र एनसीईआरटी और बेसिक कॉन्सेप्ट्स पर फोकस करके पढ़ाई कर रहे थे, उनके लिए पेपर ज्यादा कठिन नहीं रहा होगा। कटऑफ में हल्का उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन स्कोरिंग बायोलॉजी और मीडियम लेवल केमिस्ट्री के चलते मेरिट में बड़ा बदलाव फिलहाल नहीं दिख रहा।