पहलगाम आतंकवादी हमला के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने बंद रखीं दुकानें

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और यहां के अन्य 100 से अधिक व्यापारिक संगठनों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।
दिल्ली के लगभग सभी 900 से अधिक प्रमुख थोक और खुदरा बाजारों में आज व्यापार पूरी तरह बंद रहा। व्यापारियों ने आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उठाए जा रहे सभी कदमों का समर्थन किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग आठ लाख व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और लगभग 1500 करोड़ रुपए का व्यापार नहीं हुआ। इस बंद के चलते दिल्ली की समस्त व्यापारिक गतिविधियाँ आज पूरी तरह ठप रहीं।
दिल्ली के विभिन्न बाजारों में व्यापारियों ने श्रद्धांजलि सभाएं, मौन जुलूस, कैंडल मार्च निकाले तथा राष्ट्रगान के माध्यम से इस हमले में हताहत लोगों को नमन किया और आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष करने का संकल्प भी लिया।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चाँदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने चाँदनी चौक घंटाघर से लेकर ऐतिहासिक लाल किले तक दिल्ली हिन्दुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन द्वारा निकाले गए एक मार्च में बड़ी संख्या में व्यापारी और उनके कर्मचारी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ श्री मोदी ने अब अंतिम युद्ध का बिगुल बजा दिया है और सारा देश प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ एकजुट होकर खड़ा है।
दिल्ली के प्रमुख बाज़ार जिसमें चाँदनी चौक, कनॉट प्लेस, करोल बाग, ख़ान मार्केट, सदर बाजार,खारी बावली, नया बाज़ार, कश्मीरी गेट, चावड़ी बाजार, भागीरथ पैलेस,मीना बाज़ार, कमला नगर, मॉडल टाउन, शालीमार बाग, पीतमपुरा, पहाड़गंज, राजौरी गार्डन, जेल रोड, रोहिणी, लाजपत नगर, साउथ एक्सटेंशन, डिफेंस कॉलोनी, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, खान, कीर्ति नगर, पटेल नगर, नारायणा, उत्तम नगर, विकासपुरी, कालकाजी, तुगलकाबाद, यूसुफ सराय, विकास मार्ग, मंडावली, गांधी नगर, शाहदरा, भजनपुरा, जगतपुरी, मयूर विहार, प्रीत विहार सहित सैकड़ों बाजारों में आज कोई कारोबार नहीं हुआ।
कई बाजारों में व्यापारियों ने हाथों में तिरंगा लेकर ‘भारत माता की जय’ और ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। श्री खंडेलवाल ने कहा कि पाकिस्तान के साथ हर प्रकार के व्यापारिक संबंध समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि कल भुवनेश्वर में कैट की राष्ट्रीय शासकीय परिषद की बैठक में देश के विभिन्न राज्यों के 200 से अधिक व्यापारी नेता पाकिस्तान से कोई भी निर्यात अथवा आयात नहीं करने का प्रस्ताव पारित करेंगे।
उन्होंने कहा, “व्यापारियों की यह एकजुटता केवल व्यापार बंद तक सीमित नहीं है। यह देश की सुरक्षा, संप्रभुता और सम्मान की लड़ाई में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का संकल्प है।” उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो देशभर के व्यापारी आतंकवाद के इस निर्णायक युद्ध में सक्रिय रूप से भी कूदने में तैयार हैं ।