पीएनबी बैंक से फ्रॉड करने वालों पर ईडी रेड : राजस्थान में 10 ठिकानों पर छापेमारी, 25 करोड़ का फर्जीवाड़ा उजागर

0
images (1)

जयपुर{ गहरी खोज }: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े 25 करोड़ रुपये के फ्रॉड मामले में बड़ी कार्रवाई की। जयपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर सहित राजस्थान के 10 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। यह कार्रवाई श्रीगंगानगर निवासी अमनदीप चौधरी और उसके साथियों के खिलाफ की जा रही है, जिन पर बैंक से धोखाधड़ी कर लोन लेने और फिर उस धन का दुरुपयोग करने का आरोप है।
ईडी सूत्रों के अनुसार अमनदीप चौधरी ने एक वेयरहाउस में रखे माल को गिरवी रखकर पीएनबी से 25 करोड़ रुपए का लोन लिया। लेकिन बाद में उसने बैंक को बिना जानकारी दिए वह माल बाजार में बेच दिया। इस फर्जीवाड़े में अमनदीप की पत्नी सुनीता चौधरी और एक अन्य आरोपी ओम प्रकाश भी शामिल हैं। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर बैंक को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची और लोन की राशि का गलत इस्तेमाल किया।
इस मामले की एफआईआर वर्ष 2020 में एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा जोधपुर में दर्ज की गई थी। ईडी ने अब इस मामले को मनी लॉन्ड्रिंग की धारा के तहत जांच में लिया है। शुक्रवार को जयपुर में तीन, बीकानेर में दो और हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर में कुल पांच ठिकानों पर एक साथ रेड की गई।
छापेमारी के दौरान ईडी की टीमों ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड, डिजिटल उपकरण और संपत्तियों से संबंधित कागजात बरामद किए हैं। जांच एजेंसी अब इन सभी दस्तावेजों का विश्लेषण कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि फ्रॉड से प्राप्त धनराशि का कहां और कैसे इस्तेमाल किया गया।
फिलहाल ईडी की जांच जारी है और एजेंसी की ओर से यह संकेत दिए गए हैं कि आने वाले दिनों में इस मामले में पूछताछ और संभवतः गिरफ्तारियों की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है। ईडी की यह कार्रवाई बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में लगातार हो रही सख्ती को दर्शाती है।
पीएनबी बैंक पहले भी बड़े घोटालों की वजह से सुर्खियों में रहा है और अब राजस्थान में सामने आया यह मामला फिर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। ईडी की जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई तय होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *