पश्चिम बंगाल में हिंसा के विरोध में बजरंग दल का ज्ञापन, राष्ट्रपति शासन की मांग
बुरहानपुर{ गहरी खोज } : पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही कथित हिंसा और अत्याचारों को लेकर बुरहानपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया। जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार एक विशेष धर्म को संरक्षण दे रही है, जबकि हिंदू समाज पर लगातार हमले हो रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और जिहादी ताकतें खुलेआम हिंसा फैला रही हैं, जिसे रोकने में सरकार विफल साबित हो रही है।
ज्ञापन में हाल ही में संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधन कानून को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई। बजरंग दल ने आरोप लगाया कि राज्य की मुख्यमंत्री ने इस कानून को सार्वजनिक रूप से नकारा है, जो भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक प्रणाली का खुला अपमान है। संगठन ने इसे धार्मिक उन्माद भड़काने वाला और संवैधानिक मर्यादाओं के खिलाफ बताया।
बजरंग दल का कहना है कि प्रदेश में हिंदुओं की सुरक्षा खतरे में है और आम जनजीवन भय के माहौल में जी रहा है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की गई है कि पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ताकि वहां के नागरिकों को सुरक्षित माहौल मिल सके और शांति व्यवस्था बहाल की जा सके।
इस मौके पर बजरंग दल के जिला संयोजक सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।