स्वाति मालीवाल संसद के शीतकालीन सत्र में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठायेंगी
नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने सोमवार को कहा कि वह संसद के शीतकालीन सत्र में दिल्ली में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाएंगी। उन्होंने इस मामले पर विशेषज्ञों और नागरिकों से सुझाव मांगे हैं। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व प्रमुख मालीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि हर साल सर्दियों में दिल्ली और उत्तर भारत ‘गैस चैंबर’ बन जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां सांस लेना एक दिन में 20 से 25 सिगरेट पीने के बराबर है। हम सिर्फ खराब हवा सांस में नहीं ले रहे हैं, बल्कि ऐसा ज़हर अंदर खींच रहे हैं जो धीरे-धीरे हमारे फेफड़ों, दिल, दिमाग़ और यहाँ तक कि अजन्मे बच्चों तक में समा रहा है।’’ संसद के आगामी सत्र में यह मुद्दा उठाने की अपनी योजना साझा करते हुए उन्होंने लोगों से सुझाव मांगे हैं।
वीडियो संदेश के साथ उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘यदि आप इस क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं, डॉक्टर हैं, कार्यकर्ता हैं या चिंतित नागरिक हैं, तो आप अपने सुझाव मेरे साथ ‘लिविंगपोजिटिव एट द रेट ऑफ जीमेल डॉट कॉम’ पर साझा कर सकते हैं।’’
सांसद ने कहा कि वह अपनी सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) निधि की मदद से दो पहलों को अमलीजामा पहनायेंगी– पहला, दिल्ली भर में सभी सरकारी वृद्धाश्रमों में ‘एयर प्यूरीफायर’ लगाना तथा दूसरा, धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए चार यांत्रिक ‘मेकैनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों’ की खरीद। दिवाली के बाद से शहर पर धुंध की चादर छाई हुई है, जिससे वायु गुणवत्ता ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ श्रेणियों के बीच झूल रही है और कभी-कभी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाती है। संसद का शीतकालीन सत्र एक से 19 दिसंबर तक चलेगा।
