सबरीमला मुद्दे पर प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग को लेकर भाजपा हस्ताक्षर अभियान शुरू करेगी: रमेश

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कोझीकोड { गहरी खोज }: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य महासचिव एम टी रमेश ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि पार्टी सबरीमला मुद्दे पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान शुरू करेगी। रमेश ने आरोप लगाया कि सबरीमला से हाल में हुई सोने की चोरी के पीछे एक बड़ी साजिश है और दावा किया कि माकपा का राज्य मुख्यालय ‘एकेजी सेंटर’ इसके केंद्र में है।
उन्होंने कहा कि केरल उच्च न्यायालय की हाल की टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि श्रीकोविल के दरवाजे में पाया गया सोना और एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट की संदिग्ध संलिप्तता ने स्पष्ट कर दिया है कि मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता।
रमेश ने कहा, ‘‘एक बड़ी साजिश रची गई है। इसे सिर्फ त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) के अधिकारियों तक सीमित नहीं रखा जा सकता। सरकार की संलिप्तता स्पष्ट है। भाजपा ने पहले भी यह मुद्दा उठाया था और अब उच्च न्यायालय ने भी इसी तरह की चिंता जताई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सबरीमला में दुनियाभर से श्रद्धालु आते हैं। केंद्र को मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। हम एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर लेंगे और इन्हें प्रधानमंत्री को सौंपेंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा द्वारा नियुक्त पूर्व देवस्वओम आयुक्त को बचाया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि उस व्यक्ति को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। रमेश ने घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराये जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) की अपनी सीमाएं हैं, क्योंकि यह राज्य सरकार के अधीन काम करता है।
उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर अभियान 10 से 20 नवंबर तक चलेगा और इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता राजनीतिक संबद्धता की परवाह किए बिना घरों में जाएंगे और आगामी तीर्थयात्रा सत्र की तैयारी कर रहे श्रद्धालुओं से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत 10 से 15 नवंबर तक राज्यभर में 25 स्थानों पर अयप्पा संरक्षण संगम आयोजित किए जाएंगे। रमेश ने यह भी मांग की कि मंदिर का प्रबंधन श्रद्धालुओं को सौंप दिया जाये।
उन्होंने कहा, ‘‘केरल में देवस्वओम बोर्ड लुटेरे समूहों में बदल गए हैं। मंदिरों की संपत्ति लूटी जा रही है। नास्तिक लोग बोर्ड चला रहे हैं और मंदिर की संपत्तियों को केवल धन और कीमती सामान समझ रहे हैं। भक्तों को मंदिरों का प्रबंधन करने का अधिकार देने के लिए एक कानून होना चाहिए।’’ केरल भाजपा नेता बी गोपालकृष्णन की टिप्पणी, जिसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित तौर पर उद्धृत किया है, के बारे में रमेश ने कहा कि इस मुद्दे ने राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘गोपालकृष्णन को राहुल गांधी को इतना प्रचार देने के लिए चाय पिलानी चाहिए। हम सभी जानते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में यह टिप्पणी की थी। गांधी के पास उद्धृत करने के लिए और कुछ नहीं है।’’
रमेश ने कहा कि गोपालकृष्णन का मतलब केवल इतना था कि कोई भी व्यक्ति निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट वैध प्रमाण के साथ अपना नाम मतदाता सूची में जोड़ सकता है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘एसआईआर प्रणाली मतदाता सूची में विसंगतियों को दूर करने के लिए शुरू की गई थी। वह इस पर आपत्ति क्यों कर रहे हैं। समस्या यह है कि राहुल गांधी अक्सर महत्वपूर्ण समय के दौरान देश से अनुपस्थित रहते हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग दोनों मतदाता सूची में कई अनियमितताओं में शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘पेरुम्बवूर में एक पूरा बूथ दूसरे राज्यों के लोगों से बना है। राहुल गांधी को यहां आकर संवाददाता सम्मेलन करना चाहिए। हम उन्हें पूरी जानकारी देंगे।’’

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