शरीर में कभी नहीं होगी प्रोटीन-न्यूट्रिएंट्स की कमी, बस डाइट में शामिल कर लें ये सुपरफूड्स
लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: आजकल सेहत की बात करो, तो हर शख्स मरीज निकलता है। किसी को ‘दिल की परेशानी’, किसी को ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’, किसी को ‘मोटापा’, तो किसी को ‘डायबिटीज-बीपी’। और तो और आपको ये भी सुनने को मिल जाएगा कि इम्युनिटी कमजोर है, डॉक्टर ने ‘डेयरी प्रोडक्ट’ कम करने को कहा है और तभी दोस्तों, आज की बात इन ग्लासों से शुरू होती हैं क्योंकि इसमें गाय का दूध नहीं, ‘वीगन हेल्थ’ का फॉर्मूला है। एक कॉमन क्वेश्चन जो लोग पूछते हैं वो ये कि अगर डेयरी प्रोडक्ट छोड़ दिए तो ‘प्रोटीन और न्यूट्रिएंट्स’ कहां से मिलेंगे ?। लेकिन आज के समय में कई ऐसी चीजें उपलब्ध है जिसके बारे में जानने के बाद आप डेरी प्रोडक्ट्स भूल जायेंगे। मूंगफली का दूध, नारियल का दूध और बादाम का दूध, हर ग्लास में स्वाद के साथ सेहत हैं।
सबसे पहले तिल का दूध कैल्शियम और आयरन से भरपूर है जो हड्डियों के लिए बेहतरीन और दिल को मजबूत रखता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल का नामोनिशान नहीं है। वहीं मूंगफली का दूध प्रोटीन, विटामिन E और हेल्दी फैट्स का खजाना है, जो लोग लैक्टोज इनटॉलरेंट हैं उनके लिए तो ये किसी वरदान से कम नहीं। नारियल का दूध कब्ज नहीं होने देता। इसमें जो हेल्दी फैटी एसिड्स हैं वो बॉडी को नेचुरल एनर्जी देते हैं और ये बादाम का दूध विटामिन-E, मैग्नीशियम और कैल्शियम का पावर-हाउस है। तभी तो शाकाहार से ज्यादा ‘वीगन डायट’ का ट्रेंड बढ़ रहा है। वैसे भी देश के करीब 60 से 65 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी है। मतलब ऐसे लोगों के शरीर में वो एंजाइम ही नहीं बनता, जो दूध पचा सके। ऐसे लोग अक्सर गैस, पेट दर्द, रेस्पिरेटरी और स्किन एलर्जी से परेशान रहते हैं। ऐसे में वीगन का रास्ता सबसे सेफ है और अब तो लेटेस्ट रिपोर्ट भी ये कहती है अगर दुनिया ने ‘प्लांट-बेस्ड डाइट’ को अपना लिया जाए, तो हर साल एक करोड़ से ज्यादा जान बच सकती हैं। अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं और शरीर से प्रोटीन-न्यूट्रिएंट्स की कमी को दूर करना चाहते हैं तो ये सुपरफूड्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
