आत्मनिर्भर भारत
 
                संपादकीय { गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीटीसी ‘इंडस्ट्रीज’ के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत अब एक विचार नहीं बल्कि साकार होती एक हकीकत है। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारत अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मविश्वास के साथ दुनिया के सामने खड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने पिछले 11 वर्षों में हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में अद्भुत प्रगति की है। आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर वैश्विक मंच पर ध्यान आकर्षित कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में जो सपना प्रधानमंत्री ने 11 वर्ष पहले देखा था, वह आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के मार्गदर्शन में साकार होता दिख रहा है।
योगी ने कहा, ‘कभी अपनी रक्षा जरूरतों के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहने वाला भारत अब न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा है, बल्कि मित्र देशों की रक्षा आपूर्ति में भी सहयोगी बन चुका है। यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन का भी एक बड़ा माध्यम है।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पीटीसी इंडस्ट्रीज ने जिस समर्पण और तकनीकी कौशल के साथ लखनऊ नोड पर ‘स्ट्रैटेजिक मैटेरियल टेक्नोलाजी काम्प्लेक्स’ की स्थापना की है, वह इस बात का प्रमाण है कि भारत अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सहयोग से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। यहां रणनीतिक सामग्री के उत्पादन से लेकर उपयोग के लिए तैयार महत्वपूर्ण उपकरण तक की संपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला की क्षमता विकसित की जा चुकी है। ‘मुख्यमंत्री ने बताया कि लखनऊ में ‘ब्रह्मोस’ के साथ-साथ पीटीसी इंडस्ट्रीज ने 50 एकड़ भूमि में 1000 करोड़ रुपए का निवेश कर अपने संकल्प को धरातल पर उतारा है। योगी ने कहा कि पीटीसी इंडस्ट्रीज जैसी इकाइयां न केवल रक्षा आत्मनिर्भरता की मिसाल हैं, बल्कि युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल रही हैं।
भारत को अगर 2047 तक एक विकसित देश बनना है तो उसे आत्मनिर्भर बनना होगा। इसके लिए आवश्यक है कि भारतीय भारत में बनी वस्तुओं को प्राथमिकता दे। भारत में बनी वस्तु शुरू में अवश्य कुछ महंगी हो सकती है लेकिन भारतीयों का संरक्षण मिलने से उत्पाद बढ़ेगा और गुणवत्ता भी बढ़ेगी । कीमत पर नियंत्रण रहेगा सुरक्षा के क्षेत्र में ही नहीं कृषि और उद्योग के साथ तकनीक क्षेत्र में भी भारत को आगे बढ़ना होगा।
विश्व की नजरें आज भारत पर टिकी हुई हैं। भारत राजनीतिक स्थिरता के कारण आर्थिकता के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में आ रहे सकारात्मक बदलावों के कारण भारत आज विश्व की पहली पांच व्यवस्थाओं में से एक है। भारत की विकास दर विकसित देशों से अच्छी है, अगर इसी तरह भारत विकास पथ पर आगे बढ़ता रहा तो 2045 तक हम विकसित भारत के सपने को भी साकार कर लेंगे। स्वदेशी और स्वराज की भावना का होना आत्मनिर्भर भारत के लिए पहली शर्त है। आत्मनिर्भर भारत ही विकसित भारत का आधार है।

 
                         
                       
                      