वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भूटान के चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर रवाना
 
                नई दिल्ली{ गहरी खोज }: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को पड़ोसी देश भूटान के साथ साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर रवाना हुईं। वह वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह दौरा भारत और भूटान के बीच स्थायी साझेदारी को रेखांकित करता है, जो पारस्परिक सम्मान, विश्वास और क्षेत्र में प्रगति व समृद्धि के साझा संकल्प पर आधारित है। आधिकारिक दौरे के पहले दिन वित्त मंत्री ऐतिहासिक संगचेन चोेकखोर मठ का दौरा करेंगी, जो 1765 में स्थापित किया गया था और जहां 100 से अधिक भिक्षु उन्नत बौद्ध अध्ययन में संलग्न हैं।
बयान में कहा गया कि सीतारमण भारत सरकार के सहयोग से कार्यान्वित कई प्रमुख परियोजनाओं का दौरा और निरीक्षण भी करेंगी। इनमें कुरिचू हाइड्रोपावर प्लांट का बांध और पावरहाउस, ग्यालसंग अकादमी, संगचेन चोेकखोर मठ और पुनाखा जोंग शामिल हैं। वह भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के प्रधानमंत्री दशो त्शेरिंग टोबगे से मुलाकात करेंगी। सीतारमण भूटान के वित्त मंत्री लेकी दोरजी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगी, जिसमें भारत-भूटान आर्थिक और वित्तीय सहयोग को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा होगी।
वित्त मंत्री कॉटेज एंड स्मॉल इंडस्ट्रीज (सीएसआई) मार्केट भी जाएंगी, जहां वह भारत की एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) का उपयोग करते हुए एक लेनदेन देखेंगी, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते डिजिटल और वित्तीय संपर्क को दर्शाता है। आधिकारिक दौरे के अंतिम हिस्से में, सीतारमण भूटान के दूसरे सबसे पुराने और दूसरे सबसे बड़े जोंग — पुनाखा जोंग — का दौरा करेंगी। पुनाखा जोंग जाते समय, वित्त मंत्री भूटानी किसानों से भी बातचीत करेंगी और उनकी कृषि पद्धतियों, चुनौतियों और अवसरों को समझेंगी।

 
                         
                       
                      