छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आईईडी लगाने के दाैरान हुआ विस्फोट, एक महिला नक्सली घायल

बीजापुर{ गहरी खोज }: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बंदेपारा के जंगल में आईईडी लगाने के दाैरान विस्फोट होने से एक महिला नक्सली घायल हो गई। नक्सली को प्राथमिक उपचार उपरान्त जिला अस्पताल बीजापुर पहुंचाया गया, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि जिले के बमद्देड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बंदेपारा के जंगल में नक्सलियों द्वारा शुक्रवार देर रात आईईडी लगाया जा रहा था। इसी दौरान आईईडी में विस्फोट हुआ, जिसमें एक महिला नक्सली घायल हो गई है। इस घटना के बाद उनके अन्य साथी घायल महिला नक्सली का हथियार लेकर उसे जंगल में छोड़कर भाग गए। स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से पुलिस को मिली सूचना के बाद पुलिस टीम घायल महिला नक्सली गुज्जा सोढ़ी को ग्रामीणों की मदद से प्राथमिक उपचार के उपरान्त जिला अस्पताल बीजापुर पहुंचाया गया, जहां पर उसका उपचार चल रहा है।
घायल महिला नक्सली गुज्जा सोढ़ी विगत 6–7 वर्षों से मद्देड़ एरिया कमेटी में एसीएम-कन्ना बुच्चना के साथ नक्सली सदस्य के रूप में सक्रिय है और संगठन में 12 बोर हथियार धारित करती थी। बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि समाज से भटके युवाओं से हम अपील करते है कि वे हिंसा के रास्ते को त्यागकर मुख्यधारा से जुड़ें, पुलिस हर संभव उनकी सहायता के लिए तत्पर है।
गाैरतलब है कि जहां एक ओर नक्सली संगठन अपने ही साथियों के संगठन छोड़ने पर उन्हें मौत के घाट उतार रहे हैं वहीं घायल या बीमार साथियों की उपेक्षा कर उन्हें जंगल में तड़पते हुए मरने के लिए छोड़ देते हैं। बीती रात की घटना इसका जीता जागता उदाहण है।
जहां बड़े कैडर के नक्सली अपने वर्चस्व के लिए आपस में लड़ रहे हैं और निचले स्तर के नक्सलियों में बिखराव की स्थिति के परिणाम स्वरूप सैकड़ाें की संख्या में जहां नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं वहीं संगठन में पैदा हुई इन विकट परिस्थितियों को लेकर कुछ बडे कैडर के पदाधिकारी और नक्सली इस बाबत पर्चे भी जारी कर रहे हैं। वे इन पर्चों में संगठन के अंदर की परिस्थितियों, गुटबाजी और राजनीति काे उजागर कर चुके हैं।