हम ऐसी विकेट पर खेलना चाहते हैं, जो गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को कुछ दे: गिल

अहमदाबाद{ गहरी खोज }: भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कहा है कि पिछली घरेलू सीरीज में न्यूजीलैंड के ख़िलाफ मिली 3-0 के हार के बाद वेस्टइंडीज के ख़िलाफ अच्छा प्रदर्शन करना बहुत ज़रूरी हो गया है।
अहमदाबाद टेस्ट से एक दिन पहले पत्रकारों से बात करते हुए गिल ने कहा, “पिछले कुछ सालों में अगर आप टेस्ट मैच देखें तो वे पांच दिन तक नहीं चले हैं। इसलिए हमारा लक्ष्य हार्ड क्रिकेट खेलना है। इंग्लैंड में हमने जितने भी टेस्ट खेले, सभी पांचवे दिन तक गए]। मेरा मानना है कि आप हमसे यही उम्मीद कर सकते हैं कि हम अच्छा, सख़्त और धैर्य वाला क्रिकेट खेलेंगे और आसान विकल्प नहीं तलाशेंगे। हमारे पास किसी भी तरह की स्थिति में दबदबा बनाने की क़ाबिलियत है। हमारे पास जो प्रतिभा है, उससे हम किसी भी परिस्थिति से वापसी कर सकते हैं।”
पिछले कुछ सालों में जब भारत ने टेस्ट क्रिकेट के लिए टीमों की मेजबानी की है तो अक्सर टर्निंग पिचें तैयार की गई हैं। इस साल इंग्लैंड में भारत ने 2-2 की सीरीज में अच्छा मुक़ाबला किया, तो अब कैसी पिच की उम्मीद करनी चाहिए?
गिल ने कहा”मैं उन चर्चाओं पर कुछ नहीं कह सकता, जो मेरे आने से पहले हुई, लेकिन हम ऐसी विकेटों पर खेलना चाहेंगे जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को कुछ दे।लेकिन यह भी सच है कि जब भी कोई टीम भारत आती है तो असली चुनौती स्पिन और रिवर्स स्विंग होती है। अगर टीमें स्पिन को अच्छे से खेल पाती हैं और रिवर्स स्विंग को चुनौती दे पाती हैं तो उन्हें अच्छी क़ामयाबी मिल सकती है। तो इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आप ऐसी विकेट पर खेलना चाहेंगे, जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को मदद दे।”
इंग्लैंड में भारत ने तेज गेंदबाजी पर आधारित आक्रमण चुना था और सिर्फ रवींद्र जडेजा और वॉशिगंटन सुंदर जैसे ऑलराउंडर्स ही स्पिनर थे, जबकि कुलदीप यादव को पांचों टेस्ट में नहीं खिलाया गया। भारत में स्थिति अलग होगी, लेकिन टेस्ट से दो दिन पहले इशारे थे कि अहमदाबाद की पिच उम्मीद से ज्यादा हरी रहेगी।
गिल ने कहा, “भारत में मौसम और विकेट ऐसा है कि इंग्लैंड वाला टेम्पलेट फ़ॉलो करना मुश्किल होगा। हमारे पास इतनी क्वालिटी है। सभी फॉर्मेट में हमारे लिए विकेट लेने वाले कुलदीप जैसे खिलाड़ी को इंग्लैंड में मौक़ा नहीं मिला, जो दुर्भाग्यपूर्ण था। लेकिन यहां चार स्पिनर्स के साथ खेलना हमेशा आपको ललचाता है। लेकिन आपको बल्लेबाजी की गहराई भी देखनी होती है और यह सोचना होता है कि कौन-सा कॉम्बिनेशन ज्यादा मदद देगा।”