नकल माफिया बख्शे नहीं जाएंगे : सुरेश भट्ट

देहरादून,{ गहरी खोज }: राज्य स्तरीय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट ने बताया कि स्नातक स्तरीय परीक्षा नकल प्रकरण की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसआईटी) बेहद गंभीरता और संवेदनशीलता से जांच कर रही है। अब तक सेक्टर मजिस्ट्रेट, असिस्टेंट प्रोफेसर और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी को निलंबित किया जा चुका है। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि षड्यंत्रकारी ताकतों के इस्तेमाल होने से खुद को बचाएं।
शनिवार को भट्ट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस घटनाक्रम को अंजाम देने वाले आरोपितों की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। उच्च न्यायालय के रिटायर न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर नकल माफियाओं को नहीं बख्शेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न केवल सख्त नकल विरोधी कानून बनाया है बल्कि अब तक के कार्यकाल में सबसे अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है। पिछले 9 मुख्यमंत्रियों के शासनकाल में जहां 11,528 युवाओं को नौकरी मिली, वहीं केवल 4 साल में धामी सरकार ने 26,025 बेरोजगार युवाओं को सरकारी पदों पर नियुक्ति दी है। इसके अलावा इस साल 10,000 से अधिक पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने वाली है।
उन्होंने कहा कि कुछ तत्व आंदोलन की आड़ में देवभूमि की फिजा बिगाड़ने और युवाओं को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में युवाओं को चाहिए कि वे किसी के हाथों का मोहरा बनने से खुद को बचाएं। युवाओं को राजनीतिक ताकतों से इस्तेमाल होने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसआईटी रिपोर्ट आ जाने के बाद जो युवाओं के हित में होगा धामी सरकार उस निर्णय को लेने में पीछे नहीं हटेगी।