भगवान राम के वनगमन लीला पर भावविभोर हुए भक्त

अयोध्या{ गहरी खोज }: अयोध्या धाम की ऐतिहासिक एवं पाैराणिक भगवदाचार्य स्मारक सदन की रामलीला में छठवें दिवस गुरुवार को कैकेई काेपभवन, भगवान राम, सीता, लक्ष्मण के वनगमन की लीला का बहुत ही सुंदर मंचन किया गया। इससे उपस्थित साधु-संत और भक्तजन भावविभोर हाे गए। यह रामलीला संत तुलसीदास रामलीला समिति के तत्वाधान में आयाेजित है। प्रति वर्ष शारदीय नवरात्र पर आयोजन होता है। उसी परंपरानुसार इस बार भी विगत 20 सितंबर से रामलीला प्रारंभ हो चुकी है। रामलीला का मंचन 4 अक्टूबर तक हाेगा।
इस 15 दिवसीय रामलीला का श्रीराम राज्याभिषेक तथा वानर विदाई के संग समापन हो जायेगा। इससे पहले संत-महंत, धर्माचार्य व विशिष्टजनाें ने बारी-बारी से भगवान श्रीराम, सीता का पूजन-अर्चन कर आरती उतारी। उसके बाद संत तुलसीदास रामलीला समिति द्वारा पधारे हुए संत-महंत, धर्माचार्य और विशिष्टजनाें का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत-सम्मान किया गया। फिर रामलीला कमेटी ने कैकेई काेपभवन और भगवान राम के वनगमन लीला का बड़ा ही सुंदर, मनाेरम मंचन किया। इससे श्राेतागण भावविभोर हाे गए। चहुंओर रामलीला का उल्लास छा गया। देर रात तक रामलीला का मंचन किया गया। भक्तों ने बड़े उत्सुकता पूर्वक रामलीला का आनंद लिया। इस अवसर पर संत तुलसीदास रामलीला समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रसिक पीठाधीश्वर श्रीमहंत जनमेजय शरण महाराज ने कहा कि भगवदाचार्य स्मारक सदन में रामलीला का बहुत ही सुंदर मंचन किया जा रहा है। यह परंपरागत और संताें की लीला है। पाैराणिक एवं ऐतिहासिक भी है। हर वर्ष शारदीय नवरात्र पर यह रामलीला हाेती है।
रामलीला समिति के महामंत्री व धर्मसम्राट श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज के उत्तराधिकारी संकटमोचन सेनाध्यक्ष स्वामी संजय दास महाराज ने कहा कि संत तुलसीदास रामलीला समिति बहुत ही पुरानी समिति है। जिसके द्वारा विगत 80 वर्षों से भगवदाचार्य स्मारक सदन में रामलीला का आयोजन हाेते हुए चला आ रहा है। यहां पर शास्त्राें के द्वारा रामलीला की जा रही है। इस माैके पर समिति के उपाध्यक्ष नागा राम लखन दास, श्रृंगी ऋषि पीठाधीश्वर महंत हेमंत दास, पहलवान बाबा मनीराम दास, व्यवस्थापक राजीव रंजन पाण्डेय, व्यवस्थापक महंत धनुषधारी शुक्ला, पुजारी राजन दास, तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय, मुख्तार अजय श्रीवास्तव, मंत्री शिवम श्रीवास्तव, व्यापारी नेता पंकज गुप्ता जी, रमेश गुप्ता पूर्व चेयरमैन, व्यापारी नेता नन्दलाल गुप्ता, विकास गुप्ता जी, अंचल गुप्ता सहित अन्य साधु-संत व भक्तजन उपस्थित रहे।