शिमला से लाखों की नकदी व ज्वेलर समेटकर फरार नौकर दंपति गिरफ्तार

शिमला{ गहरी खोज }: राजधानी शिमला में नौकर के रूप में रह रहे नेपाली मूल की एक दंपति द्वारा अपने ही मालिक के घर से नकदी और ज्वेलरी चुराकर फरार होने का मामला आखिरकार सुलझ गया है। चोरी कर फरार हुए दंपति को पुलिस ने परवाणु (जिला सोलन) से धर दबोचा है। यह दोनों नेपाल भागने की फिराक में थे। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके पास से चोरी की नकदी और गहने भी बरामद किए हैं।
मामला शिमला के ढली थाना क्षेत्र का है, जहां विजय कुमार पुत्र स्व. दयाराम, निवासी गांव नोहा, डाकघर डुब्लू, तहसील जुंगा, जिला शिमला (उम्र 42 वर्ष) ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार नेपाली मूल के प्रकाश बहादुर (25 वर्ष) और उसकी पत्नी निर्मला (21 वर्ष) पिछले नौ महीनों से उनके घर में नौकर के तौर पर काम कर रहे थे। बीते 23 सितम्बर की रात विजय कुमार अपने परिवार सहित मां के जागरण में गौड़ा गया हुआ था। रात करीब एक बजे जब परिवार घर लौटा तो सब कुछ सामान्य था और वे आराम करने लगे।
लेकिन अगली सुबह करीब 7:30 बजे जब उन्होंने नेपाली दंपति के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो वह अंदर से बंद मिला। काफी देर तक आवाज देने और मोबाइल पर कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं आया। जब शक होने पर परिवार ने घर की अलमारी की जांच की तो पाया कि उसका ताला टूटा हुआ है और उसमें रखे करीब 90 हजार रुपये नकद, 17 ग्राम का सोने का चैन और पत्नी का मंगलसूत्र (जिसकी चेन सोने की नहीं थी) चोरी हो चुका था। शिकायतकर्ता ने चोरी गए सामान की कीमत करीब तीन लाख पंद्रह हजार रुपये बताई।
पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए फरार दंपति की तलाश शुरू की और उनकी लोकेशन ट्रेस की गई। बीती देर रात पुलिस ने दोनों आरोपियों को परवाणु से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से चोरी की 90 हज़ार की नकदी में से 86,500 रुपये, एक सोने का गले का चैन और सोने का मंगलसूत्र बरामद कर लिया गया। बरामद गहनों को शिकायतकर्ता विजय कुमार ने मौके पर ही पहचान लिया और बताया कि यह वही गहने हैं जो उनके घर से चोरी हुए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि थाना ढली पुलिस अब आरोपी प्रकाश बहादुर पुत्र तिलक बहादुर निवासी वीपीओ तुर्माखांद, जिला अच्छाम, नेपाल और उसकी पत्नी निर्मला निवासी उसी गांव को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करेगी। ढली पुलिस इन दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 305 और 3(5) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर चुकी है।