जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति का दो दिवसीय दौरा

चैंबर 23 अगस्त को करेगा ‘चलो जिम्बाब्वे’ कार्यक्रम, उद्योग-व्यापार को मिलेगी नई दिशा
सूरत{ गहरी खोज }: दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के निमंत्रण पर जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति माननीय जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. सी.जी.डी.एन. चिवेंगा ‘जीसीजेडएम’ दो दिवसीय दौरे पर सूरत आ रहे हैं। उनके साथ कैबिनेट मंत्री राज मोदी (उप मंत्री, उद्योग एवं वाणिज्य), टोंगई माफ़ीदी मनांगाग्वा (उप मंत्री, पर्यटन एवं आतिथ्य), जिम्बाब्वे की राजदूत श्रीमती स्टेला नकोमो और शीर्ष सचिवालय प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। यह उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल 22 और 23 अगस्त 2025 को सूरत में कृषि, दुग्ध उत्पादन, हीरा, वस्त्र, खनन, शिक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाक़ात करेगा।
चैंबर ऑफ कोमर्स के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला ने दो दिवसीय दौरे की विस्तृत जानकारी दी जो इस प्रकार है। 22 अगस्त को 12:20 बजे हरेकृष्ण डायमंड, भाटपोर का दौरा, 3:00 बजे ऐश्वर्या डाइंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड, 4:10 बजे सुमुल डेयरी का भ्रमण और उद्योग जगत से बैठक करेंगे।
दुसरे दिन 23 अगस्त को सूबह 10:00 बजे एपीएमसी मार्केट ,11:10 बजे श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट, कतारगाम, 2:00 बजे वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय, शिक्षा और उद्योग प्रतिनिधियों से संवाद, 4:40 बजे चैंबर ऑफ कॉमर्स में संवादात्मक बैठक और शाम 5:00 बजे सरसाना प्लैटिनम हॉल में ‘चलो जिम्बाब्वे’ कार्यक्रम व भव्य स्वागत होगा।
चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित ‘चलो जिम्बाब्वे’ कार्यक्रम में जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति सीधे सूरत के उद्यमियों और व्यापारियों से संवाद करेंगे। इस दौरान कपड़ा, हीरा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश, निर्यात-आयात, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और संयुक्त उद्यमों के अवसरों पर चर्चा होगी।
यह यात्रा सूरत और दक्षिण गुजरात के उद्योगों को अफ्रीकी बाजारों से जोड़ने में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि जिम्बाब्वे के प्राकृतिक संसाधन और गुजरात की औद्योगिक विशेषज्ञता मिलकर दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी का रास्ता खोलेंगे।