महुवा में हाईटेंशन लाइन का विरोध, किसानों ने कलेक्टर को सौंपी याचिका

7 दिनों में कार्रवाई न होने पर गांधी चिंध्य मार्ग पर आंदोलन की चेतावनी
सूरत{ गहरी खोज }: पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से महुवा तालुका के गांवों से गुजर रही 765 वोल्ट की हाईटेंशन लाइन परियोजना के विरोध में किसानों और किसान नेताओं ने गुरूवार को सूरत कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। याचिका सौंपने वालों में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं किसान नेता दर्शनभाई नायक, दक्षिण गुजरात खेदुत समाज के अध्यक्ष रमेशभाई पटेल, युवा नेता विपुलभाई पटेल, पूर्व तालुका पंचायत सदस्य एडवोकेट परिमल पटेल, वर्तमान सदस्य जिग्नेशभाई पटेल सहित कई स्थानीय किसान शामिल थे।
किसानों का आरोप है कि इस परियोजना के लिए किसानों से सहमति नहीं ली गई और अब उनकी जमीन और पेड़ों के स्थायी उपयोग पर रोक लग जाएगी। मुआवज़ा राशि भी बेहद कम तय की गई है। उनका कहना है कि इससे छोटे और आदिवासी किसान सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे और खेती का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा।
किसानों ने यह भी आपत्ति जताई कि राज्य सरकार ने 8 अप्रैल 2025 को जारी परिपत्र में कृषि भूमि को गैर-कृषि उपयोग में लाने के लिए कलेक्टर की अनुमति व प्रीमियम की आवश्यकता समाप्त कर दी है, जिससे कंपनियों को लाभ और किसानों को नुकसान हो रहा है। किसानों ने मांग की है कि परियोजना को तत्काल स्थगित किया जाए। साथ ही चेतावनी दी कि यदि 7 दिनों में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे गांधी चिंध्य मार्ग पर आंदोलन करेंगे।