बुध के 18 जुलाई को वक्री होने से इन 3 राशियों की वाणी होगी प्रभावित, अपनी बातों से तोड़ सकते हैं लोगों का दिल

धर्म { गहरी खोज } :बुध ग्रह को ज्योतिष में वाणी और संचार का कारक माना जाता है। कुंडली में इसकी शुभ स्थिति जहां व्यक्ति को मृदभाषी और तार्किक बनाती है, वहीं बुध के प्रतिकूल होने पर व्यक्ति कटु वचन बोलने वाला हो सकता है। इसके साथ ही जब बुध वक्री होते हैं तो कुछ राशियों की वाणी पर इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। ये राशियां अपनी वाणी से अपने करीबियों को भी आहत कर सकती हैं। 18 जुलाई को बुध कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं, ऐसे में किन राशियों की वाणी पर इसका प्रभाव पड़ेगा, आइए जानते हैं।
वृषभ राशि
बुध आपकी राशि से तृतीय भाव में वक्री चाल चलेंगे। इस भाव को संचार और धैर्य का कारक भी माना जाता है। बुध के वक्री होने से आपकी संचार क्षमता प्रभावित होगी। आप लोगों पर अपनी बातें थोपने की कोशिश कर सकते हैं और सहकर्मियों, घर के लोगों को अपनी बातों से आहत कर सकते हैं। बेवजह के तर्क-वितर्क में पड़कर अपना समय भी इस राशि के लोग बर्बाद करेंगे। अहम भाव की अधिकता आपको करीबियों से दूर ले जाएगी। इस दौरान जितना कम बोलेंगे उतना ही आपके लिए अच्छा रहेगा।
मिथुन राशि
बुध आपकी ही राशि के स्वामी हैं और आपके द्वितीय भाव में वक्री होंगे। दूसरे भाव को वाणी का कारक माना जाता है। इसलिए बुध का वक्री होना आपकी वाणी में कटुता भर सकता है। अपना काम बनाने के लिए आप झूठ का सहारा भी इस दौरान ले सकते हैं। पारिवारिक जीवन में आप वाद-विवाद कर सकते हैं और अपने घर वालों को भी आहत कर सकते हैं। इस दौरान खुद को सबसे बेहतर दिखाने की जिद्द आपके प्रेम और वैवाहिक संबंधों को भी प्रभावित करेगी। हालांकि धन और करियर के क्षेत्र में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
मकर राशि
बुध आपके सप्तम भाव में गोचर करेंगे जो साझेदारी और सामाजिक संबंधों का कारक भाव माना जाता है। इस भाव में बुध के वक्री होने से नौकरी और कारोबार में प्रतिकूल परिणाम आपको मिल सकते हैं। कारोबार के क्षेत्र में आपकी वाणी आपके साझेदारों को आहत कर सकती है। सहकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान आप अपना आपा खो सकते हैं, इससे आपकी छवि पर बुरा असर पड़ेगा। वैवाहिक जीवन में भी बातचीत के दौरान आपको सावधान रहना चाहिए। कम बोलकर और एकांत में समय बिताकर आप वाणी को नियंत्रित रख सकते हैं।