जंग भ्रष्टाचार विरुद्ध

संपादकीय { गहरी खोज }:आम आदमी पार्टी के जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी के साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान आया। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि कोई भी अधिकारी या राजनेता, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो मानवता के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराध के लिए बख्शा नहीं जाएगा। भगवंत मान आगे कहते हैं कि आज की कार्रवाई ने फिर सिद्ध कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई जंग में अपने-पराए का कोई फर्क नहीं किया जाता। सत्ता की धौंस से कारोबारियों व दुकानदारों की खुलेआम लूट होती हो तो सरकार चुप नहीं बैठ सकती। उन्होंने कहा कि रसूखदार राजनेताओं द्वारा कुछ अफसरों से मिलीभगत कर भोले-भाले लोगों को ब्लैकमेल करके फिरौती मांगने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी सत्ताधारी पार्टी का हिस्सा होना या विपक्षी दल से जुड़े होने से किसी अधिकारी या नेता को भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की है। भगवंत मान ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी तरह की संलिप्तता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह पाप करने वाले व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने लोगों को गारंटी दी थी कि सरकार में भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमारे सिस्टम को भ्रष्टाचार दीमक की तरह लगी है और भ्रष्टाचार करने वाले टैक्स भरने वाले लोगों का पैसा खुर्द-बुर्द करते हैं। यह लड़ाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ है। यदि कोई भ्रष्ट उद्देश्यों के लिए लोगों के काम में अनावश्यक देरी या बाधा पैदा करता है तो आम आदमी को आगे आकर शिकायत करनी चाहिए। राज्य सरकार निर्णायक कार्रवाई करेगी। भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने तक यह लड़ाई जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान जो कह रहे हैं वह उचित है। पंजाब सरकार के ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ और भ्रष्टाचार प्रति नीति को आम आदमी सराह ही रहा है। पंजाब को अगर नशों और भ्रष्टाचार से मान सरकार मुक्त कराने में सफल हो जाती है तो पंजाबवासियों की वर्तमान व भावी दोनों पीढियां मान सरकार की हमेशा आभारी ही रहेंगी।
नशे और भ्रष्टाचार पंजाब रूपी शरीर को दीमक की तरह चाट रहे हैं, अन्दर से खोखला कर रहे हैं। इन दोनों विनाशक बिमारियों से छुटकारा ही पंजाब के लिए खुशहाली का रास्ता खोलेगा। यह बात जन साधारण भी जानता है और सरकार भी भ्रष्टाचार पर नकेल डालने के लिए जालंधर के आप विधायक रमन अरोड़ा को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी से राजनीतिक व अधिकारी दोनों वर्गों में बिजलीनुमा झटका लगा है। इससे पहले भी मानसा व बठिंडा के विधायकों पर भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हुए हैं। अमरगढ़ के आप विधायक को 40 करोड़ के बैंक घोटाले में ईडी ने गिरफ्तार किया था, अब जमानत पर है।
गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं कि ‘मनुष्य के भीतर सात्विक, राजसी और तामसी तीनों ही प्रवृत्तियां होती हैं। इन तीनों में संघर्ष चलता है जो प्रवृत्ति मुखबर होती है वही इंसान की कथनी और करनी को प्रभावित करती है।’ आज के युग में राजसी और तामसी ही मुखर है। इसलिए सत्ता और धन पाने के लिए इंसान कुछ भी करने को तैयार है। इंसान समाज की इकाई ही तो है सो जैसी इकाई होगी वैसा ही समाज होगा। समाज को व्यवस्थित करने के लिए इकाई को व्यवस्थित करना होगा। पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में जो गिरफ्तारियां की हैं या मुकदमे चलाए हैं वह व्यवस्था को सुधारने के लिए ही किए हैं। लेकिन विपक्षी दलों का कहना है कि मान सरकार जो कर रही है वह केवल एक दिखावा ही है। इस कारण वह पहले दर्ज किए गए मामलों को बता रहे हैं। जिन विधायकों पर पहले भ्रष्टाचार के मुकदमे दर्ज किए थे उनके मामले किसी परिणाम पर नहीं पहुंच सके जबकि विधायक पहले की तरह पार्टी व समाज में सक्रिय है।
जन साधारण मान सरकार द्वारा भ्रष्टाचार विरुद्ध उठाए कदमों को लेकर खुश अवश्य है पर विपक्षी दलों के नेताओं की तरह मन ही मन वह भी परिणाम की ओर आंखें लगाए बैठा है। अगर सरकार द्वारा चलाए मुकद्दमे न्यायालय में जाकर असफल हो जाते हैं और आरोपी बरी हो जाते हैं, तो यह बात आम आदमी पार्टी विशेषतया मान सरकार के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन जाएगी। 2027 को होने वाले विधानसभा चुनावों में विपक्षी दलों के हाथ एक बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार प्रति सरकार की नीति ही होगी।