क्या माइग्रेन का दर्द ब्रेन ट्यूमर भी बन सकता है? एक्सपर्ट से जानें

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }:माइग्रेन एक गंभीर सिर दर्द है। जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है उन लोगों को एक आशंका हमेशा बनी रहती है। आशंका रहती है कि कहीं माइग्रेन के कारण ब्रेन ट्यूमर न हो जाए। इस बारे में मरीज डॉक्टर से भी परामर्श करते हैं। माइग्रेन एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसमें होने वाला लगातार और असामन्य दर्द आपको ब्रेन ट्यूमर की चिंता में डाल सकता है। हालांकि माइग्रेन और ब्रेन ट्यूमर के सिर दर्द में अंतर होता है।

माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द में सिर के एक ओर दर्द होता है। इस दर्द के साथ मलती, फोटो फोबिया और कभी-कभी नजर भी धुंधली हो सकती है। इनमें से कुछ लक्षण ब्रेन ट्यूमर में भी होते हैं। जिनके कारण अक्सर माइग्रेन के मरीजों को ब्रेन ट्यूमर की आशंका होती है। माइग्रेन का सिर दर्द एक ट्रिगर के साथ शुरू होता है और यह चार घंटे से 72 घंटे तक बना रह सकता है। माइग्रेन का दर्द शुरू होने पर आपको अंधेरे, शांत स्थान पर अकेला रहने की इच्छा होती है।

क्या माइग्रेन से ब्रेन ट्यूमर हो सकता है
माइग्रेन का दर्द सिर के एक हिस्से में होता है और धड़कता हुआ महसूस होता है। यह दर्द शारीरिक गतिविधि से बढ़ जाता है। माइग्रेन के दर्द में याददाश्त में कमी और दौरे जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण नहीं होते हैं। जबकि ब्रेन ट्यूमर के दर्द में तीव्र और गहरा दर्द होता है। हालांकि सभी ब्रेन ट्यूमर में सिर दर्द नहीं होता है। लेकिन, ज्यादातर मरीजों को क्रॉनिक और अस्पष्ट दर्द रहता है। स्पेशलिस्ट बताते हैं कि माइग्रेन के कारण ब्रेन ट्यूमर की आशंका नहीं होती है।

माइग्रेन और ब्रेन ट्यूमर में अंतर
माइग्रेन का दर्द किसी ट्रिगर के कारण होता है और कुछ स्थितियों के साथ बढ़ता है। जबकि ब्रेन ट्यूमर में होना वाला दर्द गहरा और तेज होता है। ब्रेन ट्यूमर के दर्द में लगातार वृद्धि होती रहती है और यह आपकी कई गतिविधियों को प्रभावित करता है। दवा लेने पर भी इस दर्द में बहुत ज्यादा आराम नहीं पड़ता है। जबकि माइग्रेन का दर्द अपने चरम पर पहुंचने के बाद कम होना शुरु हो जाता है। यदि आपको माइग्रेन और ब्रेन ट्यूमर को लेकर किसी तरह का संदेह है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए।

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