केंद्र ने त्रिपुरा के लिए छह और एकलव्य विद्यालयों को मंजूरी दी

अगरतला{ गहरी खोज } : जनजातीय कल्याण मंत्रालय ने त्रिपुरा के लिए छह नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) को मंजूरी दी है। राज्य के जनजातीय मामलों के मंत्री बिकाश देबबर्मा ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
मीडिया से बात करते हुए देबबर्मा ने कहा कि राज्य के ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए सोमवार को दिल्ली में जनजातीय कल्याण मंत्रालय के सचिव बिभु नायर के साथ हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद नए ईएमआरएस की स्थापना को मंजूरी दी गई।
उन्होंने कहा, “ये विद्यालय न केवल शिक्षा का प्रकाश फैलाएंगे बल्कि जनजातीय बहुल क्षेत्रों के बच्चों में नेतृत्व, आत्मविश्वास और रचनात्मकता भी पैदा करेंगे। शिक्षा केवल एक पाठ्यक्रम नहीं है – यह एक राष्ट्र की रीढ़ है। इस निर्णय के साथ, हम उस रीढ़ को मजबूत कर रहे हैं।”
हालांकि श्री देबबर्मा ने बताया कि आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों को लक्षित ईएमआरएस पहल का उद्देश्य राज्य के शैक्षिक परिदृश्य को बदलना है। स्कूलों को आधुनिक बुनियादी ढांचे, आवासीय सुविधाओं और बच्चों के समग्र विकास के लिए अनुकूल समग्र वातावरण से सुसज्जित किया जाएगा।