रामपुर हत्या मामले में लापरवाही बरतने के आराेप पर थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
मऊ { गहरी खोज }: मऊ के रामपुर थाना क्षेत्र के मयारी नहर के पास समीर को बदमाशों ने लाठी-डंडे और लोहे की राड से पीटा गया। उसके बाद समीर के परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए जहां से डॉक्टरों की टीम ने उसे रेफर कर दिया। 18 दिसम्बर काे लखनऊ के केजीएमयू में उपचार के दाैरान समीर की मौत हो गई।
मारपीट की घटना 25 नवंबर काे हुई थी। समीर का घर बलिया के बेल्थरा रोड के वार्ड नंबर 2 में है। समीर के घर की हालत नाजुक है। समीर तीन भाई हैं। समीर मंझले भाई थे। रामपुर पुलिस पर सवाल उठ रहा है कि उसने समीर के साथ हुई मारपीट का आवेदन 29 तारीख को क्यों नहीं लिया और अपराधियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की। क्यों 6 दिसम्बर को समीर की घटना की प्राथमिक रिपाेर्ट दर्ज की गई।
बेल्थरा राेड पर हुए गाेलीकांड में समीर के दाेस्त आयुष यादव की हत्या हुई थी। इस मामले ने पुलिस ने 6 आराेपिताें काे गिरफ्तार किया। परिजनों का कहना है कि अगर समीर की घटना का रामपुर पुलिस संज्ञान लिया हाेता ताे शायद आयुष की हत्या न हाेती। परिजनाें ने समीर के शव काे लेकर प्रदर्शन किया और समीर की हत्या के आराेपिताें काे गिरफ्तार करने की मांग की। थानाध्यक्ष काे इस मामले में लापरवाही बरतने के आराेप में लाइन हाजिर कर दिया गया है।
