इंदिरा विहार हत्याकांड: दोस्त ने ट्रैक्टर से कुचलकर की थी हत्या

0
3098c7d4cb72a068def22d3bfe79ad70

भीलवाड़ा{ गहरी खोज }:भीलवाड़ा शहर के सदर थाना क्षेत्र की इंदिरा विहार कॉलोनी में शनिवार को मिले खून से लथपथ शव की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पुलिस ने मंगलवार को इस बहुचर्चित हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि मृतक महेंद्र की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके बेहद करीबी दोस्त ने ही की थी। हत्या का कारण सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। आरोपित को अपनी ही पत्नी और मृतक के बीच अवैध संबंधों का शक था, जिसके चलते उसने ट्रैक्टर से कुचलकर महेंद्र को मौत के घाट उतार दिया।
सीओ सदर माधव उपाध्याय ने बताया कि शनिवार सुबह इंदिरा विहार कॉलोनी की झाड़ियों में एक व्यक्ति का रक्त रंजित शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने एफएसएल टीम के साथ घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। मृतक की पहचान तिलकनगर निवासी 45 वर्षीय महेंद्र पुत्र छितर सिंह के रूप में हुई। मृतक के सिर पर गहरे घाव और पास में खड़ी स्कूटी ने शुरुआत में ही हत्या की आशंका को मजबूत कर दिया था।
मृतक के पुत्र सुरेंद्र सिंह (22) ने रिपोर्ट देकर हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह ने विशेष टीमें गठित कर त्वरित जांच के निर्देश दिए। पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस, लोकेशन डिटेल और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया।
जांच के दौरान पुलिस की नजर बनेड़ा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा निवासी 40 वर्षीय रामेश्वर पुत्र रामचंद्र जाट पर गई। पूछताछ में उसके बयान लगातार बदलते रहे। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने अपने दोस्त महेंद्र की हत्या करने का जुर्म स्वीकार कर लिया।
पुलिस के अनुसार मृतक महेंद्र और आरोपित रामेश्वर पिछले सात वर्षों से दूध डेयरी के व्यापार में साझीदार थे। पैसों का लेनदेन अक्सर चलता रहता था। इसी दौरान महेंद्र का रामेश्वर की पत्नी के साथ अवैध संबंध बन गए, जिसकी भनक आरोपित को लग गई। अवैध संबंधों के शक ने आरोपित के मन में गहरी नफरत पैदा कर दी, जो समय के साथ बदले की आग में बदल गई।
इसी नफरत के चलते आरोपित ने महेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। मौका पाकर उसने महेंद्र को सुनसान जगह बुलाया और ट्रैक्टर से कुचलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपित ने इसे सड़क हादसा दिखाने की कोशिश की, लेकिन घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्य और तकनीकी जांच ने उसकी सारी चालाकी पर पानी फेर दिया।
सीओ माधव उपाध्याय ने बताया कि आरोपित के कबूलनामे और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर आज पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया गया है। आरोपित रामेश्वर जाट को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हत्या में कोई और भी शामिल था या नहीं। इंदिरा विहार हत्याकांड का खुलासा होने से शहर में फैली दहशत और चर्चाओं पर विराम लगा है। पुलिस का कहना है कि मामले में चार्जशीट जल्द ही अदालत में पेश की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *