नगालैंड में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा मजबूत करने को तीन महत्वपूर्ण समझौते
नई दिल्ली{ गहरी खोज }: भारतीय फार्माकोपिया आयोग (आईपीसी) ने शुक्रवार को नगालैंड में दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए तीन महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। ये समझौते नगालैंड मेडिकल काउंसिल, नगालैंड स्टेट ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन और नगालैंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल के साथ किए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस समझौते का उद्देश्य है राज्य में दवाओं और उपकरणों से होने वाले दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग बढ़ाना, डॉक्टरों, फार्मासिस्टों और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देना, अधिक एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर बनाना और मरीजों को सुरक्षित दवाओं का उपयोग सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि नगालैंड मेडिकल काउंसिल पहला राज्य मेडिकल काउंसिल बना जिसने आईपीसी के साथ ऐसा समझौता किया है। इसका लाभ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचेगा।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर आईपीसी की ओर से आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षित उपयोग और मरीज सुरक्षा को और मजबूत करना था। इस मौके पर आईपीसी के सचिव और वैज्ञानिक निदेशक डॉ. वी. कैलासेलवन, डॉ. केविहुलिए मेयासे (रजिस्ट्रार, नगालैंड मेडिकल काउंसिल), इमलिलीला (असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर) और खेले थोरी (रजिस्ट्रार, नगालैंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल) मौजूद थे।
