पीएम मोदी ने सफ्रान की नई इंजन सर्विस फैसिलिटी का किया उद्घाटन,‘आत्मनिर्भर भारत को मिलेगी मजबूती’

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नयी दिल्ली { गहरी खोज } :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर GMR एयरोस्पेस एंड इंडस्ट्रियल पार्क–SEZ में मौजूद सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन सर्विसेज इंडिया (SAESI) फैसिलिटी का उद्घाटन किया। इस दौरान, पीएम मोदी ने कहा कि इससे एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (एमआरओ) के लिए ग्लोबल हब के तौर पर भारत की स्थिति काफी मजबूत होगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इवेंट में शामिल हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट एविएशन सेक्टर में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, “आज से भारत का एविएशन सेक्टर एक नई उड़ान भरेगा। सफ्रान की नई फैसिलिटी भारत को ग्लोबल MRO हब के तौर पर स्थापित करने में मदद करेगी। यह MRO फैसिलिटी हाई-टेक एयरोस्पेस सेक्टर में युवाओं के लिए नए मौके पैदा करेगी। उन्होंने मुझे उम्मीद है कि भारत में सफ्रान का इन्वेस्टमेंट इसी रफ़्तार से जारी रहेगा।”
वहीं, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू राम मोहन ने कहा कि मैं एविएशन सर्विसेज़ के लिए ग्लोबल एविएशन हब के तौर पर भारत की बढ़त के इस अहम पल पर सभी स्टेकहोल्डर्स को बधाई देता हूं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी इंजन MRO फैसिलिटी का उद्घाटन इस बात का पक्का सबूत है कि ग्लोबल OEMs (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स) अब भारत की इंजीनियरिंग क्षमताओं और इंफ्रास्ट्रक्चर की बेहतरीन क्वालिटी पर कितना भरोसा करते हैं। एसएईएसआई फैसिलिटी, एलईएपी इंजन के लिए सफ्रान का डेडिकेटेड एमआरओ सेंटर है, जो एयरबस ए320एनईओ और बोइंग 737 एमएएक्स जैसे पॉपुलर एयरक्राफ्ट को पावर देता है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, यह पहली बार है जब किसी ग्लोबल एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर ने भारत में एमआरओ फैसिलिटी बनाई है, जो देश की एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है। जीएमआर एयरोस्पेस एंड इंडस्ट्रियल पार्क-एसईजेड में 45,000 स्क्वायर मीटर में फैली यह फैसिलिटी लगभग 1,300 करोड़ रुपए के शुरुआती इन्वेस्टमेंट से बनाई गई है। 2035 तक पूरी तरह चालू होने के बाद, यह हर साल 300 एलईएपी इंजन की सर्विस कर पाएगा और 1,000 से ज्यादा बहुत कुशल भारतीय इंजीनियरों और टेक्नीशियन को काम देगा।
यह यूनिट वर्ल्ड-क्लास मेंटेनेंस और रिपेयर सर्विस देने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस है। अधिकारियों ने कहा कि नया एमआरओ सेंटर विदेशी सुविधाओं पर भारत की निर्भरता कम करने, विदेशी मुद्रा के आउटफ्लो में कटौती करने और घरेलू एविएशन सप्लाई चेन को मजबूत करने में मदद करेगा। इससे हाई-वैल्यू रोजगार पैदा होने और भारत के एक बड़ा ग्लोबल एविएशन हब बनने के लक्ष्यों को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।

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