बाल उमंग पखवाड़ा : छात्र छात्राओं के बीच चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन
सहरसा{ गहरी खोज }: शिक्षा विभाग द्वारा स्थापित बिहार बाल भवन किलकारी में आगामी बाल दिवस के अवसर पर बच्चों की मनोरंजन तथा सर्वांगीण विकास के लिए किलकारी बिहार बाल भवन सहरसा में ‘बाल उमंग पखवाड़ा’ का आयोजन 13 से 30 नवम्बर किया जा रहा है। इस अवसर पर मैजिक शो, पंडित जवाहरलाल नेहरु की जीवन यात्रा पर कहानी वाचन, नृत्य नटिका, दादी की चौपाल, चित्रकला प्रतियोगिता, पिकनिक, चेस प्रतियोगिता तथा अलबेला ड्रेस प्रतियोगिता इत्यादी कार्यक्रमों का निःशुल्क आयोजन किया किया जा रहा है।बाल उमंग पखवाड़ा के अंतर्गत दिनांक 19 नवम्बर को चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एस. पंचवटी, शांति मिशन अकाडमी एवं अन्य विद्यालयों के लगभग 400 से 500 बच्चों ने भागिदारी सुनिश्चित की।इस प्रतियोगिता में बच्चों को कक्षानुसार तीन भागो में (कक्षा 3-5/कक्षा 6-8/ कक्षा 9-10) बांटा गया जिसमे कक्षा 3-5 के लिए विषय प्रकृति मेरी सबसे अच्छी दोस्त, हमारा प्यारा त्यौहार, गुड टच एंड बेड टच/ कक्षा 6-8 के लिए विषय चाचा नेहरु का सपना, गुड टच एंड बेड टच, हमारा स्वच्छ शहर / कक्षा 9-10 के लिए विषय डिजिटल इंडिया में बच्चों की भूमिका, ट्राफिक रूल, गुड टच एंड बेड टच में बच्चों ने अपनी चित्रकारी से सबका मन मोह लिया साथ ही प्रतिभागी सभी बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हस्तकला तथा चित्राकला विधा के बच्चों ने वेस्ट मटेरियल का अभिनव उपयोग कर विभिन्न प्रकार के सामग्रियों से सम्पूर्ण बाल भवन परिसर को आकर्षक सजावट से सुसज्जित किया, जो पर्यावरण संरक्षण एवं रचनात्मकता का अद्भुत सन्देश प्रस्तुत करता है।
इस अवसर पर किलकारी बिहार बाल भवन, सहरसा में किलकारी प्रकाशन एवं मासिक पत्रिका का विक्रय केंद्र लगाया गया जिसका संचालन कंप्यूटर विधा के आदित्य राज के द्वारा किया गया एवं हस्तकला तथा चित्रकला विधा के बच्चों के द्वारा हस्तनिर्मित सामग्री व चित्रकारी की प्रदर्शनी विष्णु कुमार एवं अनोखा कुमारी लगाई गई।
इस अवसर पर किलकारी बिहार बाल भवन, सहरसा के प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक, प्रणव भारती ने कहा बाल उमंग पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता से बच्चों को चित्र में रंग भरने के साथ-साथ दिए गए विषयों की प्रासंगिकता को बच्चे समझाने का प्रयास है इस अवसर पर हमारा प्रयास है कि बाल भवन के माध्यम से विद्यालयों के बच्चों को सशक्त मंच मिले, जहाँ वे अपनी प्रतिभा को आत्मविश्वास के साथ अभिव्यक्त कर सकें और यह आयोजन उसी दिशा में एक सार्थक पहल है।
