राहुल गांधी के आरोप

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संपादकीय { गहरी खोज }: बिहार विधानसभा के पहले चरण की 121 सीटों पर मतदान आज होने जा रहा है। मतदान से एक दिन पहले राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा में 3.5 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे गए। बिहार में भी अब यही हो रहा है। गौरतलब है कि बिहार में मतदाता सूची का गहन परीक्षण हो चुका है और चुनाव आयोग के सम्मुख राष्ट्रीय दलों ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी। अब 12 प्रदेशों में मतदाता सूचियों का गहन परीक्षण शुरू हो गया है। गहन परीक्षण का लक्ष्य मतदाता सूची को अपडेट करना और अवैध नामों को काटना ही है। एक तरफ कांग्रेस सहित विपक्षी दल मतदाता सूचियों के गहन निरीक्षण का विरोध कर रहे हैं और दूसरी तरफ चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं।
राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में जो आरोप लगाए या बड़ी बातें कही वह इस प्रकार हैं-राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि 2024 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद नायाब सिंह सैनी की एक बाइट पर संदेह पैदा होता है। राहुल ने इलेक्शन रिजल्ट से दो दिन पहले 6 अक्टूबर 2024 को सैनी का बयान सुनाया। नायाब सैनी कहते हैं- ‘मैंने शुरू से यह कहा है कि भाजपा एकतरफा सरकार बना रही है। हमारे पास सारी व्यवस्थाएं हैं। आप चिंता मत करिए।’ राहुल ने सवाल उठाया कि आखिर वो व्यवस्था क्या है। बीजेपी नेता मुस्कुराते हुए सरकार बनाने का दावा कर रहे थे। यह व्यवस्था वोट चोरी की है। इसके बाद जो रिजल्ट आया हरियाणा में कांग्रेस चुनाव हार गई। राहुल ने ब्राजीलियन लड़की की तस्वीर भी दिखाई। कहा ये हरियाणा की वोटर लिस्ट में है। इसने कभी स्वीटी, कभी सीमा तो कभी सरस्वती के नाम पर वोट डाले। राहुल ने सवाल किया कि हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजीलियन लड़की का क्या काम है। राहुल ने दावा किया कि मॉडल ने 22 बार वोट डाला। हरियाणा में पांच कैटेगरी में 25 लाख वोट चोरी हुए। एक अन्य महिला ने एक असेंबली में 100 बार वोट किया। राहुल गांधी ने ब्राजीलियन मॉडल का नाम नहीं बताया। हालांकि उसकी तस्वीर फोटोग्राफर मैथियस फेरेरो ने फ्री स्टॉक इमेज प्लेटफॉर्म Unsplash.com पर अपलोड की थी। राहुल ने यह तस्वीर वहीं से निकाली। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार के जमुई से पांच लोगों को मंच पर बुलाया। उन्होंने बारी-बारी से बताया कि उनका वोटर लिस्ट से नाम कट गया है। दावा किया कि उनके गांव से करीब 300 लोगों को वोटर लिस्ट में शामिल नहीं किया गया। एक वोटर ने राहुल से अपील की वह कुछ समाधान निकाले ताकि अगले चुनाव में उनके साथ ऐसा न हो। राहुल ने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट में कई नाम ऐसे हैं जिनका हाउस नंबर 0 दिखाया गया। यानी कि वे लोग जिनका कोई घर नहीं है। इन्हीं में से एक नरेंद्र हैं जिन्होंने वोट तो किया लेकिन उनका घर नहीं है। जैसा कि इन लोगों (भाजपा) ने मेरा घर छीन लिया था, वैसा ही नरेंद्र के साथ किया। दरअसल 2023 में सांसदी जाने पर राहुल गांधी का 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करा दिया गया था। उनका सामान मां सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास में शिफ्ट किया गया था। जब से कांग्रेस ने हरियाणा व महाराष्ट्र तथा राजस्थान विधानसभा हारे हैं तभी से राहुल गांधी ने आरोप लगाने शुरू किए हैं। जिन विधानसभा चुनावों में या संसदीय सीटों पर कांग्रेस या विपक्षी दल जीते हैं, उसको लेकर राहुल गांधी का क्या कहना है, इस बात का जन साधारण इंतजार कर रहा है। राहुल गांधी एक लंबे समय से यह भी प्रचारित कर रहे हैं कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में उच्च जातियों का आधिपत्य है और दलित-पिछड़ी जातियां हाशिये पर धकेल दी गई हैं। गत दिवस बिहार में उन्होंने यह भी कह दिया कि यही स्थिति सेना में भी है। उनकी मानें तो उच्च जातियों के दस प्रतिशत लोगों ने सेना पर नियंत्रण कर रखा है। वे ऐसे बयान देकर न केवल लोगों को गुमराह कर रहे हैं, बल्कि सेना की छवि भी मलिन कर रहे हैं। कम से कम उन्हें सेना को तो बख्श देना चाहिए, जिसमें जाति, पंथ आदि के लिए कोई स्थान नहीं। कोई भी यह नहीं कह सकता कि सेना की भर्ती में किसी तरह का भेदभाव होता है। यह ठीक नहीं कि राहुल गांधी जाने-अनजाने सेना की साख पर प्रहार कर रहे हैं। लगता है वे यह भूल गए कि कुछ समय पहले सेना को नीचा दिखाने वाले अपने बयान के लिए उन्हें किस तरह सुप्रीम कोर्ट की फटकार का सामना करना पड़ा था। यह विचित्र है कि राहुल गांधी सार्वजनिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों का उल्लेख कर यह तो कहते रहते हैं कि वहां दस प्रतिशत की हिस्सेदारी वाली उच्च जातियों का प्रभुत्व है, लेकिन यह नहीं स्पष्ट करते कि खुद कांग्रेस के विभिन्न संगठनों में दलित, पिछड़ी जातियों का कितना प्रतिनिधित्व है?
कांग्रेस पर गांधी परिवार के नियंत्रण बारे या कांग्रेस के विभिन्न ट्रस्टों में जिनका कांग्रेस के कार्यालयों सहित अन्य जायदादों पर नियंत्रण हैं उनमें कितने दलित व पिछड़े हैं उन सब का विवरण भी राहुल गांधी को सार्वजनिक करना चाहिए। राहुल गांधी के आरोप या बयान हो यह राहुल गांधी की नकारात्मक सोच को तो दर्शाते ही हैं, साथ में कांग्रेस की हताषा भी जगजाहिर हो रही है। यह स्थिति कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के लिए हानिकारक ही है।

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