‘रोज़गार संकट गहराता जा रहा, पीएम व्यस्त चुनाव प्रचार में’: कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
नई दिल्ली { गहरी खोज }: कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि “बढ़ती बेरोजगारी” अब “गंभीर चिंता” का विषय बन गई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समस्या को हल करने के बजाय हमेशा “इलेक्शन मोड” में रहते हैं और जनता का ध्यान भटकाने के लिए “नई-नई भाषणबाज़ी” में लगे रहते हैं। कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि “पिछले 11 वर्षों के कुशासन” ने समाज के सभी वर्गों को प्रभावित किया है।
उन्होंने एक्स पर हिंदी में पोस्ट करते हुए लिखा, “छात्र, युवा, किसान, मज़दूर, कर्मचारी, दुकानदार, व्यापारी — कोई भी वर्ग इस सरकार से खुश नहीं है। महंगाई आसमान छू रही है, रुपये की कीमत लगातार गिर रही है और अमीर-गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों का जीवन मुश्किल हो गया है।” “ऐसे में बढ़ती बेरोजगारी गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है,” कांग्रेस नेता ने कहा।
सीएमआईई की ताज़ा रिपोर्ट का हवाला देते हुए रमेश ने कहा कि अक्टूबर 2025 में देश की बेरोजगारी दर बढ़कर 7.5% हो गई है, जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक है।उन्होंने कहा, “निर्माण और आईटी-बैंकिंग समेत कई क्षेत्रों में लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। निर्माण उद्योग में 90 लाख से अधिक लोगों की नौकरियां गईं, जबकि वेतनभोगी नौकरियों की संख्या 25 लाख घट गई है।” पिछले 11 वर्षों में हर साल ऐसे ही चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं, उन्होंने कहा। रमेश ने आरोप लगाया, “फिर भी ऐसा लगता है कि मोदी जी को देश के युवाओं की कोई चिंता नहीं है। वह हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं और बेरोजगारी की समस्या को सुलझाने के बजाय जनता का ध्यान भटकाने के लिए नई-नई भाषणबाज़ी में लगे रहते हैं।” कांग्रेस लगातार सरकार पर अर्थव्यवस्था के प्रबंधन को लेकर हमलावर रही है और दावा करती रही है कि बढ़ती क़ीमतें, घटता निजी निवेश और ठहरी हुई मजदूरी आम लोगों पर भारी पड़ रही है।
