छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के उदंती एरिया कमेटी कमांडर ने की साथियों से हथियार छोड़ने की अपील

गरियाबंद/रायपुर{ गहरी खोज }: छत्तीसगढ़ के बस्तर में 210 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद आज छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के उदंती एरिया कमेटी के नक्सली एरिया कमांडर सुनील के एक कथित जारी पत्र में धमतरी-गरियाबंद नुआपड़ा डिवीजन के साथियों से हथियार छोड़ने की अपील की गई है। इस संबंध में गरियाबंद के पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि ऐसे किसी पहल का स्वागत है।
गरियाबंद पुलिस ने ऐसे पत्र मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने कहा है कि ऐसे किसी भी कदम का स्वागत है। गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने नक्सलियों से पूर्व में ही आत्मसमर्पण की अपील कर चुके हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि गरियाबंद जिले में नक्सल संगठन की रीढ़ टूट चुकी है। कोई बड़ा सीनियर नक्सली बचा नहीं है। पिछले 9 महीनों में 15 सितम्बर तक गरियाबंद मे सक्रिय 27 नक्सलियों ने अलग-अलग जगह जाकर आत्मसमर्पण किया है, तो वही 28 नक्सलियों को मारा जा चुका है।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में जनवरी 2025 में हुए मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात नक्सली सत्यम गावड़े की पत्नी नक्सलियों की नगरी कमेटी की सचिव आठ लाख की इनामी जानसी शामिल है। अक्टूबर माह में डीजीएन डिवीजन और ओडिशा स्टेट कमेटी से जुड़े तीन सक्रिय नक्सलियों नागेश उर्फ रामा कवासी,जैनी उर्फ देवे मडकम तथा मनीला उर्फ सुंदरी कवासी ने हथियारों के साथ गरियाबंद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। तीनों नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था। तीनों बीजापुर के रहने वाले हैं।
उल्लेखनीय है छत्तीसगढ़ की नक्सलियों को लेकर बनाई गई पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण को लेकर बनाई गई नीति एवं सशस्त्र बलों के दवाब से नक्सलियों का मनोबल टूटा है और उनके नेता अपने साथियों के साथ लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने देश को नक्सल मुक्त बनाने की समय सीमा मार्च 2026 तय की है। कई प्रदेशों में बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
दो दिन पहले गुरुवार को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने 61 नक्सलियों के आत्मसमर्पण और उसके बाद कल यानी शुक्रवार को जगदलपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सामने 210 नक्सलियों के आत्मसमर्पण किया है । अब उदंती एरिया कमेटी के एरिया कमांडर सुनील ने पत्र जारी कर बस्तर और महाराष्ट्र में आत्मसमर्पित नेताओं के आत्मसमर्पण के निर्णय को सही ठहराते हुए गोबरा, सीनापाली, एसडीके, सीतानदी में सक्रिय नक्सलियों से हथियार छोड़ने की अपील की है। नक्सली कमांडर सुनील ने रूपेश की तरह अपना मोबाइल नंबर जारी कर 20 अक्टूबर को सभी से एकत्रित होने की अपील की है।