आतंक पर बड़ा प्रहार, 34 साल से पाकिस्तान में छिपे हिजबुल सरगना सैयद सलाहुद्दीन भगोड़ा घोषित

श्रीनगर{ गहरी खोज }: जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ जारी निर्णायक लड़ाई में सुरक्षाबलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। उत्तरी कश्मीर की एक विशेष अदालत ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन को भगोड़ा घोषित कर दिया है। लगभग 34 वर्षों से पाकिस्तान में छिपे सलाहुद्दीन के खिलाफ इस फैसले से पुलिस को उसकी और उसके साथियों की नकेल कसने में और मदद मिलेगी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई उत्तरी कश्मीर के डंगीवच्छा, सोपोर पुलिस स्टेशन में वर्ष 2012 में दर्ज एक मामले के संबंध में की गई है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी जिला बड़गाम और श्रीनगर में दर्ज मामलों में सलाहुद्दीन को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।
पुलिस अधिकारी ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के समूल नाश तक यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, “सलाहुद्दीन के खिलाफ अदालत से यह उद्घोषणा हासिल करना, आतंकियों और उनके सरगनाओं की नकेल कसने के हमारे अभियान का ही एक हिस्सा है। हमारा एजेंडा स्पष्ट है, कोई भी आतंकी, जहां भी भागे या जहां भी छिपे, वह बचेगा नहीं। उसे कानून का सामना करना पड़ेगा और यह कार्रवाई हमारी उसी प्रतिबद्धता को साबित करती है।”
उन्होंने कहा कि मूल रूप से जिला बड़गाम के सोईबुग का रहने वाला हिजबुल कमांडर यह सोचता है कि वह पाकिस्तान में शरण लेकर बच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होगा। वह दुनिया में कहीं भी छिपा रहे, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।