दिवाली से पहले शरीर की अंदर की सफाई भी है जरूरी, पंचकर्म से करें बॉडी को डिटॉक्स: स्वामी रामदेव

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: दिवाली पर सिर्फ रोशनी भर करने से काम नहीं चलेगा बल्कि सेहत और पर्सनालिटी के लिए घर को डि-क्लटर भी करना चाहिए। क्योंकि आपके घर में भी ऐसी बहुत सी चीजें होंगी, जिनका इस्तेमाल आप नहीं करते हैं लेकिन सालों से घर के कोने में पड़ी हैं। अगर ऐसा है तो उन्हें घर से हटाने का यही सही वक्त है। सामान जो आपके काम का नहीं उसे किसी जरूरत मंद को दे दीजिए। यकीन मानिए ऐसा कर के आपको खुशी मिलेगी। डिक्लटरिंग सिर्फ घर के लिए नहीं दिमाग-दिल-गुर्दे-और शरीर के तमाम ऑर्गेन्स के लिए भी जरूरी है। इसे बॉडी डिटॉक्स कह सकते हैं क्योंकि गैर जरूरी चीजें अगर शरीर में भी हैं तो बीमारी ही देती हैं। सीधे और कम शब्दों में कहा जाए तो जितना ज़िंदगी से बोझ हटाएंगे, सेहत से लेकर जीवन उतना ही सही चलेगा। स्वामी रामदेव से जानिए दिवाली से पहले शरीर को साफ करने के खास उपाय। पंचकर्म की पांच क्रियाएं और इसके फायदे क्या है?
- दिवाली से पहले बॉडी डिटॉक्स
- दिमाग तनाव मुक्त
- बॉडी वेट कंट्रोल
- नस-नाड़ी बेहतर सर्कुलेशन
- लिवर-किडनी क्रिस्टल क्लियर
- हार्ट मसल्स मजबूत
पंचकर्म से करें बॉडी को डिटॉक्स- बॉडी को डिटॉक्स करना है तो पंचकर्म कराएं। 5 तरीके से शरीर की सफाई की जा सकती है। इससे शरीर की अंदरूनी सफाई होगी और आयुर्वेदिक औषधि से बॉडी प्यूरीफाई होगी। पंचकर्म के तरीकों में जो पांच तरीके होते हैं उसमें शिरोधारा-औषधीय तेल की धारा से सिर का मसाज करने की प्रक्रिया होती है। दूसरी स्नेहन- तेल से पूरे शरीर की मालिश करना, तीसरी स्वेदन- स्टीम के जरिए पसीने से टॉक्सिन निकालना, चौथी वमन- मुंह के जरिए शरीर से टॉक्सिन निकालना, विरेचन- स्टूल के जरिए शरीर का कचरा निकालना और पांचवीं नस्य- नाक के जरिए औषधि ब्रेन तक पहुंचाना शामिल है।
पंचकर्म का असर- पंचकर्म से शरीर की अंदर से सफाई हो जाती है। अलग अलग क्रियाओं के अलग फायदे मिलते हैं। जैसे वमन- खांसी,बुखार,इनडायजेशन,थायराइड,मेंटल प्रॉब्लम दूर करने में मदद करती है। विरेचन- शुगर,स्किन,डायजेशन,लिवर,किडनी प्रॉब्लम दूर करती है। नस्य आंख,गले,साइनस,माइग्रेन,स्पॉन्डिलाइटिस में फायदेमंद है। रक्तमोक्षण- नकसीर,गाउट,वैरिकोज,स्किन डिजीज में फायदेमंद है। शिरोधारा- स्ट्रेस,टेंशन,एंग्जायटी,डिप्रेशन,सिरदर्द में लाभकारी है।