प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 25 साल पूरे होने पर इस साल कृषि मंत्रालय करेगा कई आयोजन

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के इस वर्ष दिसंबर में 25 साल पूरे होने जा रहे हैं। इसके मद्देनजर कृषि मंत्रालय कई राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इस संबंध में गुरुवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि भवन में उच्चस्तरीय बैठक कर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रगति की समीक्षा की एवं भावी कार्य योजना को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्वोत्तर में कामकाज को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित ग्रामीण विकास के अन्य विषय जिसमें मनरेगा, कौशल विकास, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन इत्यादि शामिल हैं, सभी को सम्मिलित करते हुए पूर्वोत्तर में मुख्यमंत्रियों और राज्य प्रतिनिधियों की सहभागिता के साथ विशेष बैठक करेंगे, ताकि योजनाओं का व्यापक और समयबद्ध कार्यान्वयन और अच्छे से हो सके। बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के इस वर्ष दिसंबर में 25 साल पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रव्यापी आयोजन को लेकर बात हुई।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एक ऐतिहासिक पहल रही है। इस योजना ने ग्रामीण आबादी के जीवन में व्यापक बदलाव लाने का काम किया है। इस योजना के 25 वर्ष पूरे होना एक बड़ी उपलब्धि है। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 25 साल की सफल यात्रा पर रिपोर्ट जारी करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया ताकि देशव्यापी स्तर पर सफल योजना की जानकारी लोगों तक पहुंच सके।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने सभी अधिकारियों से कार्य में और अधिक प्रगति लाने, यदि कहीं कोई रुकावटें और समस्याएं आ रही हो, वहां त्वरित समाधान का रास्ता निकालते हुए राज्यों के समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़कों का निर्माण अच्छी गुणवत्ता के साथ समयबद्ध रूप हो, इसी ध्येय के साथ काम होना चाहिए। बैठक में ग्रामीण विकास सचिव शैलेश सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को राज्यवार योजना की प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ पहाड़ी क्षेत्रों और कुछ राज्यों में प्राकृतिक आपदा के कारण कार्यगति थोड़ी थीमी हुई है लेकिन बाकी सभी जगह कार्य सुचारू रूप से चालू है। पूर्वोत्तर के राज्यों और छतीसगढ़ सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर बैठक में विशेष रूप से चर्चा हुई।

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