अहमदाबाद में दो दिवसीय ‘नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव’ तथा ‘मेयरल समिट’ का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ

अहमदाबाद{ गहरी खोज }: गुजरात के अहमदाबाद में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को दो दिवसीय ‘नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव’ तथा ‘मेयरल समिट’ का शुभारंभ किया। देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में केन्द्र सरकार तथा अहमदाबाद महानगर पालिका द्वारा इस कॉन्क्लेव एवं समिट का आयोजन किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि सार्वजनिक जीवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल के 24 पूर्ण होने के अवसर पर राज्यभर में विकास सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव एवं समिट अहमदाबाद के लिए विशेष है, कारण कि आज समग्र देश प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है। ऐसे में इस कॉन्क्लेव में इस विषय पर चिंतन-मंथन किया जाएगा कि सरदार पटेल की शहरी विकास की तत्कालीन विचारधारा को आधुनिक विकास के साथ कैसे जोड़ा जाए।
अहमदाबाद के विकास में सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान के ऐतिहासिक तथ्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने 1924 से 1928 के दौरान तत्कालीन अहमदाबाद नगर पालिका के अध्यक्ष के रूप में अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारी की शुरुआत की थी। सरदार साहब ने लगभग 100 वर्ष पहले अपनी प्रशासनिक कुशलता तथा सुव्यवस्थित अर्बन प्लानिंग द्वारा आदर्श शहर का निर्माण कर देश को सिटीजन-सेंट्रिक लोकल लोकल एडमिनिस्ट्रेशन का अनूठा मॉडल दिया था।
उन्होंने आगे कहा कि अहमदाबाद का विश्व प्रसिद्ध साबरमती रिवरफ्रंट देश के अन्य शहरों के लिए अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन का आदर्श मॉडल बना है। इसके अतिरिक्त नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में देश में पहली बार ‘शहरी विकास वर्ष’ का जो कॉन्सेप्ट दिया, वह लोगों के ‘ईज ऑफ लिविंग’ को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है। मुख्यमंत्री ने जोड़ा कि हम उन्हीं के विचारों से प्रेरणा लेकर 2025 को ‘शहरी विकास वर्ष’ के रूप में मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अर्बन मोबिलिटी के बारे में कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के ऐसे प्रथम मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने शहरों के लिए सफल बीआरटीएस जनमार्ग मॉडल का विचार दिया। आज मेट्रो तथा हाईस्पीड रेल परियोजनाओं के माध्यम से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट में अहमदाबाद अर्बन मोबिलिटी के लिए एक आदर्श बन रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दो दशक में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में शहरीकरण का स्तर बहुत बढ़ा है और अमृत 2.0 एवं स्वच्छ भारत मिशन 2.0 जैसे प्रोजेक्ट्स द्वारा शहरी ढाँचे को परिवर्तित करने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हमारे शहरों को विकसित भारत@2047 के अनुरूप बनाने, इनोवेशन को प्रोत्साहन देने तथा सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा तय करने का एक सशक्त मंच बनेगा।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरदार वल्लभभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारत के शहरी परिदृश्य को एक करने, नवीनता लाने, नेतृत्व करने तथा परिवर्तन लाने के लिए लीडर्स को एक साथ लाना है। इस समिट के दौरान भारतीय तथा अंतरराष्ट्रीय शहरों के मेयर्स, कमिशनर तथा प्रतिनिधि एक साथ मिलकर शहरों की भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे। इस कॉन्क्लेव के शुभारंभ अवसर पर देशभर के राज्यों के महानगरों के मेयर्स, कमिशनर, शहरी विभाग के विशेषज्ञ तथा प्रतिनिधि उपस्थित रहे।