गूगल की निवेश योजना को देश को टेक्नोलॉजी नेतृत्व देने वाली : प्रधानमंत्री

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी टेक कंपनी गूगल की निवेश योजना को विकास के लिए उपयोगी और भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में स्थापित करने वाला बताया है। गूगल आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) हब और गीगावॉट-स्केल डाटा सेंटर विकसित करने के लिए 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उद्योगपति गौतम अडानी सहित कई प्रमुख हस्तियों ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए इसे देश की डिजिटल प्रगति, युवाओं के लिए अवसर और एआई नेतृत्व की दिशा में बड़ा कदम बताया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि उन्हें विशाखापत्तनम जैसे गतिशील शहर में गूगल एआई हब के शुभारंभ से बेहद प्रसन्नता हुई है। यह बहुआयामी निवेश गीगावॉट-स्केल डाटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी शामिल करता है, जो विकसित भारत के उनके विजन से मेल खाता है। यह तकनीक को लोकतांत्रिक बनाएगा, सभी के लिए एआई सुनिश्चित करेगा और भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में स्थापित करेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्स पर लिखा कि गूगल द्वारा निवेश की घोषणा एक बड़ा अवसर है। भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों के कारण अब डिजिटल नेतृत्वकर्ता बन गया है और जल्द ही एआई और क्वांटम जैसे क्षेत्रों में भी अग्रणी होगा। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और आईटी मंत्री लोकेश नारा की पहल की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गूगल का यह 15 अरब डॉलर का निवेश विश्वस्तरीय एआई हब और डाटा सेंटर के निर्माण में होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके विजन और तेजी से अमल की वजह से यह संभव हुआ है। एआई के इस युग में भारत को अग्रणी बनाए रखने के लिए युवाओं को री-स्किल और अप-स्किल करना बेहद जरूरी है। यह डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर स्टार्टअप्स, शोध और युवाओं के लिए बेहद लाभकारी होगा।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस दिन को राज्य के लिए ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी बल्कि भारतीय युवाओं के लिए भी नए अवसरों के द्वार खोलेगी। उन्होंने भारत सरकार और गूगल की तेज कार्यशैली की सराहना की और कहा कि डेटा विकास का नया ईंधन है, जिसे एआई के साथ प्रभावी रूप से उपयोग करना होगा।
उद्योगपति गौतम अडानी ने एक्स पर पोस्ट किया कि यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। अडानी समूह गूगल के साथ मिलकर विशाखापत्तनम में भारत का सबसे बड़ा एआई डाटा सेंटर परिसर बना रहा है, जो विशेष रूप से एआई की मांगों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यह केंद्र डीप लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क प्रशिक्षण और बड़े एआई मॉडल के निष्कर्षण के लिए आवश्यक कंप्यूटिंग शक्ति प्रदान करेगा और देश के स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स और वित्त जैसे क्षेत्रों में एआई समाधान को बढ़ावा देगा।
उल्लेखनीय है कि गूगल अगले पांच वर्षों में विशाखापत्तनम में 15 अरब डॉलर का एआई हब स्थापित करेगा। यह प्रोजेक्ट अडानीकॉननेक्स और एयरटेल के साथ साझेदारी में होगा, जिसमें क्लीन एनर्जी और सबसी केबल नेटवर्क का उपयोग होगा। गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने कहा कि इस डेटा सेंटर की शुरुआती क्षमता 1 गीगावाट होगी, जिसे बाद में बढ़ाया जाएगा। आंध्र प्रदेश सरकार के अनुसार, इस निवेश से करीब 1.88 लाख नई नौकरियां सृजित होंगी। यह अमेरिका के बाहर गूगल का सबसे बड़ा एआई हब होगा और 12 देशों के वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा होगा।

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