गुजरात के मेहसाणा में अंतरराष्ट्रीय बायर-सेलर मीट से ₹500 करोड़ की निर्यात संभावनाओं को मिला नया आयाम

गांधीनगर{ गहरी खोज }: गुजरात के मेहसाणा में उत्तर गुजरात के भाग रूप में हुए वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस(वीजीआरसी) में अंतरराष्ट्रीय बायर-सेलर मीट से ₹500 करोड़ की निर्यात संभावनाओं को नया आयाम मिला। यह जानकारी सोमवार को भारतीय निर्यात संगठन महासंघ ने अपने बयान में दी। भारतीय निर्यात संगठन महासंघ(एफआईईओ) ने आज अपने बयान में बताया कि उद्योग प्रतिनिधियों की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम को शानदार प्रतिसाद मिला। इस आयोजन में कुल 17 देशों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख देश अमेरिका, जर्मनी, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, वियतनाम, मिस्र, इथियोपिया, घाना, तंजानिया, युगांडा, भूटान, ओमान, बहरीन, नेपाल, उज्बेकिस्तान, यूक्रेन और बोत्सवाना शामिल थे।
महासंघ ने बताया कि कार्यक्रम में 40 अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और गुजरात सहित भारत के विभिन्न हिस्सों से आए 850 से अधिक स्थानीय विक्रेताओं ने भाग लिया। दो दिनों में कुल 2,200 से अधिक व्यावसायिक बैठकों का आयोजन किया गया और 350 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयूएस) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अंतरराष्ट्रीय मीट के परिणामस्वरूप लगभग ₹500 करोड़ से अधिक की एक्सपोर्ट एन्क्वारीज़ प्राप्त हुई, जिससे गुजरात की निर्यात संभावनाओं को नया प्रोत्साहन मिला।
विदेश व्यापार महानिदेशालय(डीजीएफटी) अजय भादू (आइएएस) और गुजरात सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) आयुक्त संदीप जे. सागले ने बायर-सेलर मीट में उपस्थित होकर खरीदारों और विक्रेताओं दोनों से संवाद किया और वैश्विक व्यापारिक संबंधों को गति देने तथा गुजरात की निर्यात क्षमता को प्रोत्साहित करने के प्रयासों की सराहना की।
एफआइईओ के अध्यक्ष एस. सी. राल्हा ने बताया कि दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बायर-सेलर मीट में वस्त्र, फार्मास्यूटिकल्स, रसायन, कृषि एवं फूड प्रोसेसिंग और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे प्रमुख क्षेत्र केंद्र में रहे। यह आयोजन वैश्विक व्यापारिक संपर्कों को बढ़ाने और आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी को सशक्त बनाने का एक प्रभावी माध्यम साबित हुआ। साथ ही, इसने गुजरात को एक अग्रणी निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गौरतलब है कि भारतीय निर्यात संगठन महासंघ और गुजरात सरकार द्वारा विश्व बैंक के आईएएमपी प्रोजेक्ट के तहत 9-10 अक्टूबर 2025 को गणपत विश्वविद्यालय गुजरात सरकार के एमएसएमई विभाग और आईएनडीईएक्सटीपी के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय बायर-सेलर मीट वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम उत्तर गुजरात के भाग रूप में आयोजित हुआ।