हमने तेज़ गेंदबाज़ों पर हमला करने की योजना बनाई: एलिसा हीली

विशाखापत्तनम{ गहरी खोज } : ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली ने खुलासा किया कि उनकी टीम ने भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को निशाना बनाया क्योंकि पिच पर बाएं हाथ की स्पिनर स्री चरणी को मदद मिल रही थी। हीली ने कहा कि भारत के सीमित गेंदबाज़ी विकल्पों ने ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किल लक्ष्य का पीछा करना आसान बना दिया। ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप मुकाबले में 331 रनों का रिकॉर्ड लक्ष्य तीन विकेट से हासिल कर लिया, जिसमें हीली ने 107 गेंदों में शानदार 142 रनों की कप्तानी पारी खेली। हीली और अन्य ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने भारत के तेज़ गेंदबाज़ — क्रांति गौड़ और अमनजोत कौर — पर आक्रामक रुख अपनाया, जिससे भारत की पाँच गेंदबाज़ों की रणनीति की कमजोरी उजागर हो गई।
हीली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,“मुझे लगा कि चरणी को काफी स्पिन मिल रही थी, वो हमारी नज़र में भारत की सबसे प्रभावी गेंदबाज़ थीं। इसलिए हमने सोचा कि अगर हम तेज़ गेंदबाज़ों पर रन बना सकें तो फायदा होगा, क्योंकि उनके पास केवल पाँच गेंदबाज़ थे। यह कोई तय योजना नहीं थी, लेकिन विकेट के हिसाब से गेंद स्लाइड हो रही थी, जिससे हमें फायदा मिला।”
मैच से पहले गौड़ को हीली के खिलाफ बढ़त हासिल थी क्योंकि उन्होंने पिछले वनडे सीरीज़ में तीनों मैचों में उन्हें आउट किया था। लेकिन इस मैच में हीली ने पावरप्ले में गौड़ पर आक्रामक शुरुआत की और उनके दूसरे स्पेल में भी रन बटोरे।“मुझे पता था कि क्रांति ने मुझे पहले कई बार आउट किया है, तो यह उनके साथ एक मज़ेदार मुकाबला था। शायद उसी ने मुझे और प्रेरित किया और खेल का आनंद लेने में मदद की,” हीली ने कहा। हीली ने स्वीकार किया कि जब भारतीय सलामी बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना (80) और प्रतिका रावल (75) तेज़ी से रन बना रही थीं, तब उन्हें पहले गेंदबाज़ी का फैसला लेने पर संदेह हुआ। दोनों ने 24.3 ओवर में 155 रनों की साझेदारी कर भारत को मज़बूत शुरुआत दी, और उस समय ऐसा लग रहा था कि भारत 380 तक पहुंच जाएगा। लेकिन भारत की टीम 43वें ओवर में 294 पर चार विकेट से 48.5 ओवर में 330 रन पर ऑलआउट हो गई।“कभी-कभी कप्तान के रूप में आपको बस उम्मीद पर टिके रहना पड़ता है। शायद 8-9 ओवर के बाद मुझे लगा कि मैंने गलती की है और हमें बहुत बड़ा लक्ष्य मिलेगा। दोनों ओपनर बहुत अच्छे लग रहे थे,” हीली ने कहा।
ऑस्ट्रेलिया की पेसर एनेबल सदरलैंड (5/40) ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए आखिरी ओवरों में भारत के विकेट चटकाए।“मुझे लगा हमने गेंदबाज़ी में अच्छा प्रदर्शन किया। भले ही 330 थोड़ा ज़्यादा लगा, लेकिन हमारे लिए यह बहुत बुरा नहीं था। अलाना किंग और एनेबल सदरलैंड ने दबाव बनाया और मौके निकाले,” हीली ने जोड़ा।
इसके बाद हीली ने शानदार शतक जमाते हुए टीम को 49 ओवर में लक्ष्य तक पहुंचाया।“इतने बड़े लक्ष्य के लिए किसी का शतक बनाना ज़रूरी था। हाल ही में मेरे दिन अच्छे नहीं जा रहे थे, लेकिन आज सबकुछ मेरे हिसाब से हुआ,” उन्होंने कहा। यह हीली का छठा वनडे शतक और ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की कप्तान के रूप में पहला शतक था।“काश मैं अंत तक टिक पाती, लेकिन टीम को जीत की स्थिति में पहुंचाना बहुत अच्छा लगा। बाद में इस पर सोचकर ख़ुशी होगी,” हीली ने कहा।