एनसीपीओआर ने गोवा से सीधे अंटार्कटिका के लिए मालवाहक विमान किया रवाना

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: गोवा स्थित राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं महासागर अनुसंधान केंद्र (एनसीपीओआर) ने राज्य से अंटार्कटिका के लिए एक सीधी मालवाहक उड़ान भेजी है जो ध्रुवीय क्षेत्र में भारत के अभियानों के लिए साजो-सामान संबंधी दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मालवाहन विमान अंटार्कटिका में भारतीय अनुसंधान केंद्रों के लिए वैज्ञानिक उपकरण, दवाइयां और वार्षिक प्रावधानों सहित 18 टन आवश्यक सामग्रियां लेकर उत्तरी गोवा के मोपा स्थित मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बृहस्पतिवार को रवाना हुआ।
अधिकारी ने बताया कि एनसीपीओआर के निदेशक डॉ. थम्बन मेलोथ ने ड्रोमलान द्वारा संचालित आईएल-76 विमान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत एनसीपीओआर एक प्रमुख संस्थान है जो ध्रुवीय और दक्षिणी महासागर क्षेत्रों में भारत की अनुसंधान गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है। डॉ. मेलोथ ने कहा, ‘‘यह सीधा मार्ग ध्रुवीय क्षेत्र में साजो-सामान संबंधी भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करता है और अंटार्कटिक में अत्याधुनिक अनुसंधान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
एनसीपीओआर के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन के रास्ते भेजा गया यह विमान भारत के ध्रुवीय अभियानों के लिए साजो-सामान संबंधी दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह माल भारती और मैत्री जैसे स्टेशन पर हिमनद विज्ञान, समुद्र विज्ञान और जलवायु अध्ययन के क्षेत्र में जारी वैज्ञानिक अनुसंधान में सहायता करेगा।” उन्होंने कहा कि इस मिशन को जीएमआर एयरो कार्गो एंड लॉजिस्टिक्स द्वारा संचालित किया गया जिसमें अल्फा क्रक्स, अल्टिमा अंटार्कटिक लॉजिस्टिक्स और दक्षिण अफ्रीका ने सहयोग किया।