चैतन्यानंद के इंस्टीट्यूट की पूर्व एसोसिएट डीन समेत तीनों महिला सहयोगी गिरफ्तार

0
ntnew-13_23_414233577baba chetanya

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: छात्राओं के यौन शोषण आरोप में फंसे चैतन्यानंद उर्फ पार्थ सारथी के इंस्टीट्यूट की पूर्व एसोसिएट डीन श्वेता शर्मा, कार्यकारी निदेशक भावना कपिल तथा वार्डन काजल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ही बहनें हैं। उनके ऊपर छात्राओं को उकसाने, डराने धमकाने तथा साक्ष्य मिटाने का आरोप लगा है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने चैतन्यानंद के आदेशों का पालन करने की बात स्वीकार कर ली है। तीनों अभी तक पुलिस हिरासत में थीं। वहीं, पुलिस की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि चैतन्यानंद कुछ छात्राओं को अल्मोड़ा के एक गेस्ट हाउस में ले गया था। वहां पर वह उनके साथ रुका था। गेस्ट हाउस स्टाफ व वहां के रिकॉर्ड से इसकी पुष्टि हो गई है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में पुलिस दत्ता व शेट्टी नामक दो व्यक्तियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि दोनों से पूछताछ में चैतन्यानंद से संबंधित कई अहम खुलासे हो सकते हैं। अधिकारी हालांकि अभी यह नहीं बता रहे है कि दोनों का चैतन्यानंद से क्या संबंध है। मगर माना जा रहा है कि दोनों ही उसके करीबी हैं। उन्हें चैतन्यानंद के सारे काले चिट्ठे की जानकारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार पूछताछ में सामने आया कि चैतन्यानंद की महिला कर्मचारी श्वेता शर्मा, भावना तथा काजल छात्राओं को उकसाती थीं। वह उन्हें चैतन्यानंद के रूम में भेजती थीं। इसके अलावा चैतन्यानंद की हरकतों का विरोध करने वाली छात्राओं को वह धमकाती भी थीं। चैतन्यानंद जो चैट छात्राओं को भेजता था उसे तीनों उनके मोबाइल फोन से डिलीट कर देती थीं। तीनों बहनों ने जांच में यह स्वीकार किया कि चैतन्यानंद के कहने पर वह ऐसा करती थीं। इसके अलावा पूछताछ में उन्होंने माना कि अनुशासन और समय की पाबंदी के नाम पर वह छात्राओं पर दबाव भी बनाती थीं। ताकि वह उनके डर जाएं और उनका कहना मानना शुरू कर दें।
वहीं, अल्मोड़ा के गेस्ट हाउस में चैतन्यानंद के छात्राओं के साथ रुकने की पुष्टि होने के बाद अब उन स्थानों की भी जांच की जो रही है जहांं उसके द्वारा छात्राओं को ले जाने की बात पीड़ित छात्राओं से बातचीत में सामने आई थी। पुलिस को पता चला है कि हरिद्वार के अलावा कई अन्य स्थानों पर भी छात्राओं को लेकर जाया जाता था। वहां चैतन्यानंद बाकायदा पहले से ही गेस्ट हाउस बुक करवा लेता था। पता लगाया जा रहा है कि इस दौरान उसके साथ बाहरी व्यक्ति तो मौजूद नहीं रहते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि चैतन्यानंद ने इंस्टीट्यूट में छात्राओं के योग करने का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था। वह विभिन्न योग मुद्राओं में छात्राओं की फोटो देखकर उन पर अनुचित टिप्पणियां भी करता था। इतना ही नहीं वह योग के दौरान पहने जाने वाले छात्राओं के कपड़ों तथा उनके शरीर की मुद्राओं पर भी अश्लील टिप्पणी करता रहता था। डर की वजह से छात्राएं उसकी इस हरकत का कोई जवाब नहीं देती थीं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार चैतन्यानंद को अपने किए का कोई भी पछतावा नहीं है। वह पूछताछ के दौरान याददाश्त गायब होने का बहाना करता है तो कभी खुद को निर्दोष बताता है। पुलिस द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों को दिखाने के बावजूद वह सवाल का जवाब देने की बजाय चुप्पी साध लेता है। इस दौरान कुछ बोलता भी है तो हां या ना में ही गर्दन हिलाता है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चैतन्यानंद के खिलाफ उनके पास पुख्ता सबूत हैं।
चैतन्यानंद के मोबाइल फोन की जांच में छात्राओं के साथ जिस प्रकार की चैट निकलकर सामने आई हैं उससे पुलिस को शक है कि वह अपने सहयोगियों को भी लड़कियां सप्लाई करता था। इसलिए पुलिस अब चैतन्यानंद के मोबाइल फोन की जांच कर ऐसे लोगों का पता लगा रही है जो उसके निरंतर संपर्क में रहते थे। पता लगाया जा रहा है कि चैतन्यानंद इन लोगों से किस प्रकार फायदा उठाता था तथा उन्हें इसकी एवज में क्या सेवाएं उपलब्ध कराता था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार बहुत सी लड़कियां जॉब के लिए भी चैतन्यानंद से संपर्क करती थी। वह ऐसी लड़कियों से बातचीत के अवसर तलाशता था। अक्सर वह व्हाट्सएप पर उन्हें मैसेज करके उनके हाल चाल लेता था। इस दौरान जो लडक़ी उसकी मंशा को भांप जाती थी वह उसका जवाब नहीं देती थी लेकिन जिनसे वह लगातार चैट करता उनके साथ अनुचित वार्तालाप शुरू देता था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *