फ्लैट लिस्टिंग के बाद ईयरकार्ट के शेयरों में तेजी, मुनाफे में आईपीओ निवेशक

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: हियरिंग ऐड्स और रिलेटेड एक्सेसरीज बनाने वाली कंपनी ईयरकार्ट लिमिटेड ने आज स्टॉक मार्केट में सांकेतिक बढ़त के साथ एंट्री की हालांकि लिस्टिंग के बाद खरीदारी शुरू हो जाने के कारण आईपीओ निवेशक फायदे में आ गए। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 135 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग सिर्फ 0.37 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 135.50 रुपये के स्तर पर हुई। हालांकि लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण कंपनी के शेयर थोड़ी देर में ही 142.25 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 5.37 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।
ईयरकार्ट लिमिटेड का 49.26 करोड़ रुपये का आईपीओ 25 से 29 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.28 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.63 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन सिर्फ 0.35 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 31,30,000 नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 3,34,000 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.31 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 3.06 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 6.88 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 35 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 43.19 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 1.21 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ कर 4 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज उछल कर 4.96 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 6.49 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 12.97 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में कम होकर 9.48 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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