उद्धव ठाकरे सरकार की पूरी कर्ज़माफ़ी किसानों के लिए छलावा जैसी थी : भाजपा

मुंबई{ गहरी खोज }: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने मंगलवार को मुंबई में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा की गई पूरी कर्ज माफ़ी किसानों को धतूरा देने जैसी थी। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और महा विकास आघाड़ी के घटक दल आज महायुति सरकार से किसानों के लिए कर्ज माफ़ी करने और तत्काल 50 हज़ार रुपये प्रति एकड़ की मदद देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें याद करना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल में किसानों को कैसे ठगा था।
केशव उपाध्ये आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने अपने कार्यकाल में दो लाख रुपये की सीमा तय करके किसानों की कर्ज माफी की थी, लेकिन उसमें कड़ी शर्तें लगाई गई थी, जिससे कर्जमाफी का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच सका था। उन्होंने बताया कि ठाकरे की कर्ज माफी में, जिन किसानों का मूलधन और ब्याज मिलाकर कर्ज दो लाख रुपये से अधिक था, उन्हें कर्ज मुक्ति के लिए अपात्र कर दिया गया था। किसानों को अक्सर कर्ज का पुनर्गठन कराना पड़ता है और 70 से 80 प्रतिशत किसान ऐसा करते हैं। लेकिन इन किसानों को ठाकरे सरकार की कर्ज माफ़ी से बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा, इसीलिए उद्धव ठाकरे द्वारा दी गई कर्ज माफ़ी केवल धूल झोंकने के समान थी। उपाध्ये ने कहा कि इस समय उद्धव ठाकरे ने कर्जमाफी की मांग की है, लेकिन वर्तमान सरकार इससे कहीं ज्यादा मदद करने की दिशा में काम कर रही है।