भारत-यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ के बीच एफटीए एक अक्टूबर से लागू हो जायेगा :गोयल

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: भारत और चार देशों के यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ ( ईएफटीए) के बीच मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) एक अक्टूबर से लागू हो जायेगा। इसे पिछले वर्ष अंतिम रूप दिया गया था और अब भारत कई अन्य विकसित देशों के साथ इस तरह के समझौतों के लिए बातचीत कर रहा है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कई विकसित देश भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने के इच्छुक हैं। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ भारत ऐसे समझौते पहले ही कर चुका है तथा कई अन्य देशों के साथ बातचीत चल रही है। श्री गोयल ग्रेटर नाेएडा के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में आयोजित पांच दिन के उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
ईएफटीए यूरोप के चार विकसित देशों का समूह है। जिसमें आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। इस समूह के साथ एफटीए को मार्च 2024 में अंतिम रूप दिया गया था । श्री गोयल ने कहा कि ईएफटीए के साथ व्यापार समझौता एक अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, पेरू और चिली के साथ भी व्यापार समझौते के लिए बातचीत चल रही है। कतर और बहरीन ने भी भारत के साथ व्यापार समझौते के बातचीत में रुचि दिखायी है। उन्होंने कहा कि यूरेशिया आर्थिक संघ (ईएईयू) के साथ बातचीत के संदर्भों को अंतिम रूप दे दिया गया है, जो भारत की मजबूत वैश्विक स्थिति को दर्शाता है। इस संघ में रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और आर्मेनिया शामिल हैं।
ईएफटीए के साथ समझौते में 14 अध्याय हैं। इनमें वस्तु व्यापार, उत्पत्ति के नियम, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), सेवाओं में व्यापार, निवेश प्रोत्साहन और सहयोग, सरकारी खरीद, व्यापार में तकनीकी बाधाएं और व्यापार सुविधा से जुड़े अध्याय शामिल हैं।भारत-ईफएटीए के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2022-23 में 18.65 अरब डॉलर था।
श्री गोयल ने आंतरिक और वाह्य क्षेत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को मजबूत बताते हुए कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब अमेरिकी डॉलर से ऊपर पहुंच गया है।मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, भारत 2014 में एक नाज़ुक अर्थव्यवस्था से उबर कर आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अगले दो वर्षों में यह पांच लाख डॉलर के आकार के साथ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि महंगाई दर आज दो प्रतिशत पर है जो एक दशक का इसका न्यूनतम स्तर है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही जो आर्थिक गतिविधियों की मजबूती को दर्शाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत का बैंकिंग क्षेत्र मज़बूत है और ब्याज दरें कम हुयी हैं। देश के हर क्षेत्र के विकास के लिए मोदी सरकार के प्रयासों का उल्लेख हुये श्री गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार अब पूर्वोत्तर और पूर्वी राज्यों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए संबंधित राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है।